जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय द्वारा जारी एक आदेश में कहा गया है कि शिक्षकों की परफॉर्मेंस की समीक्षा के आधार पर ही उनकी नौकरी जारी रखने या उन्हें सेवानिवृत्त करने का फैसला लिया जाएगा।
पोटेंशियल हार्वर्ड एसोसिएट प्रोफेसर निधि राजदान ने कहा कि प्रोफेसर के तौर पर ज्वाइन करने की बातें हार्वर्ड नहीं बल्कि 'व्हाट्सएप्प यूनिवर्सिटी' से जारी की गईं थीं।