'अल्बर्ट पिंटो को गुस्सा क्यों आता है' है टाइप से 'राहुल गाँधी को ठंड क्यों नहीं लगती' वाला प्रश्न इस समय उफान पर है। या यूँ कहें कि कॉन्ग्रेसियों ने इसे जबरन एक जरूरी प्रश्न बना दिया है।
लाचित बरपुखान ने पूर्वोत्तर की जमीन पर मुगलों की बर्बर विस्तारवादी मंसूबों को दफन कर दिया। उनके पराक्रम में इतना बल था कि उससे टकराने के बाद मुगलों ने कभी पूर्वोत्तर पर काबिज होने का स्वप्न न देखा।
कॉन्ग्रेस G-20 के लोगो में जिस कमल के फूल की कर रही आलोचना, वह सिर्फ भाजपा का चुनाव चिह्न नहीं, सनातन धर्म में भी विशेष महत्व रखता है। देश का राष्ट्रीय फूल है।