Saturday, November 23, 2024
110 कुल लेख

Nupur J Sharma

Editor-in-Chief, OpIndia.

कौन है आसिफ मुज्तबा जिसे दिल्ली दंगों के मास्टरमाइंड शरजील इमाम ने बताया है सह-साजिशकर्ता, रोहिंग्या मुस्लिमों के नाम पर उगाह चुका है करोड़ों...

साल 2020 में देश की राजधानी दिल्ली में एंटी-हिंदू दंगों में मास्टरमाइंड के तौर पर शरजील इमाम की पहचान हुई, जो अभी भी जेल में है।

दिल्ली के हिंदू विरोधी दंगों से पहले प्रशांत भूषण के ऑफिस में योगेंद्र यादव ने की थी बैठक, उमर खालिद और शरजील इमाम भी...

दिल्ली हिंदू विरोधी दंगों की साजिश रचने के लिए साजिशकर्ताओं ने जिस जगह को मीटिंग की, वो जगह प्रशांत भूषण की है।

राहुल गाँधी को बचा रही दिल्ली पुलिस कर रही कानूनी गलती: रेप हुई बच्ची की पहचान की थी उजागर, कुतर्क से छीछालेदर पक्का

दिल्ली पुलिस ने राहुल गाँधी के मामले में जिस तरह की दलील दी, उससे लगता है कि वह उन्हें बचाने के लिए वह तथ्यों को तोड़-मरोड़ रही है।

SAMU का ‘अमीर’ धराया तो दिल्ली के हिंदू विरोधी दंगों से जुड़ा ISIS का तार: शरजील इमाम- AMU छात्र नेताओं का आतंकी कनेक्शन आया...

साल 2020 के दिल्ली दंगों में शरजील इमाम के साथियों की कड़ियाँ कुछ ऐसे जुड़ी हैं कि आईएसआईएस का लिंक पूरी तरह से बेनकाब हो गया है।

जिस घर में नहीं था राशिद, उसको जलाने में हिंदुओं को फँसाया: कोर्ट से दिल्ली दंगों में संदीप बरी, पुलिस की गवाही में भी...

दिल्ली की कड़कड़डूमा कोर्ट ने हिंदू विरोधी दंगों के मामले में एक हिंदू शख्स को सभी आरोपों से बरी कर दिया है। जानिए कोर्ट ने क्या पाया।

कर्नाटक सरकार की स्कीम, सुधीर चौधरी ने पूछा ‘सिर्फ अल्पसंख्यकों के लिए क्यों’ तो दर्ज हुई FIR: मंत्री प्रियांक खड़गे ने दी धमकी, ज़ुबैर...

वरिष्ठ पत्रकार सुधीर चौधरी ने कर्नाटक सरकार की स्कीम में 'हिंदुओं के लिए क्या' सवाल पूछा तो उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी गई।

नूहं में इस्लामी भीड़ के हमलों के जो शिकार, अब उनको गुरुग्राम में फँसाने का कैंपेन: जानिए प्रवीण हिंदुस्तानी और अमित हिंदू के साथ...

नूहं में हिंसा के बाद सोशल मीडिया में इस्लामी नाम वाले हैंडल अमित हिंदू और प्रवीण हिंदुस्तानी का नाम लेकर कैंपेन चला रहे हैं। जानिए उनके साथ क्या हुआ।

हिंदुओं पर झूठे मुकदमे, दंगा भड़काने में CM ममता बनर्जी का हाथ: रामनवमी हिंसा पर फैक्ट फाइंडिंग कमिटी की रिपोर्ट, खुलासा – डर से...

कमिटी ने जाँच में पाया कि दंगाइयों और उनके समर्थकों को राज्य सरकार का समर्थन प्राप्त था। राज्य सरकार के समर्थन के बिना इतना व्यापक नुकसान असंभव है।