जानकार कई कसौटी बताते हैं। कई तर्क देते हैं। पर सच्चाई यह भी है कि चुनाव भावनाओं से जीते जाते हैं। तो क्या एक दुर्घटना को 'हमला' बता टीएमसी पार लग जाएगी?
'टूटर' के चर्चा में रहने की एक बड़ी वजह यह 'खबर' भी रही कि इस मंच को PM मोदी का समर्थन भी मिल चुका है। 'टूटर' पर पीएम मोदी का एक आधिकारिक अकाउंट भी मौजूद है।
हम मोदी सरकार के पिछले 6 वर्षों को याद करें तो इस दौरान कई ऐसी परिस्थितियाँ सामने आई, जिसे फर्जी तरीके से गढ़ा गया था। चाहे वो राफेल रोना होना हो या जज लोया की मौत और उसके साथ लगाए गए झूठे इल्जाम। इतना ही नहीं....
ऑपइंडिया ने इस मामले में दोनों पक्षों के बीच साझा किए गए पत्रों को एक्सेस किया और यह जाना कि यह मामला उतना सुलझा नहीं है जितना लग रहा है। पढ़िए क्या है पूरा मामला?