Saturday, November 23, 2024

सोशल मीडिया फ़ैक्ट चेक

फैक्ट चेक: मुरली मनोहर जोशी ने नहीं लिखी आडवाणी को ANI के लोगो वाली ‘वायरल’ चिट्ठी

चिठ्ठी के मुताबिक, मुरली मनोहर जोशी ने सड़क किनारे पीएम नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के बड़े-बड़े पोस्टरों का जिक्र करते हुए लिखा कि जिन सिद्धातों को लेकर उत्साह के साथ पार्टी बनाई गई थी, आज घर के लोगों ने ही अपमानित करके हमें बाहर कर दिया।

फ़ैक्ट चेक: कॉन्ग्रेस ने तिरंगे को बनाया पार्टी का झंडा, पकड़े जाने पर हटाया ट्वीट

सच्चाई सामने आने के बाद कॉन्ग्रेस ने बिना कोई स्पष्टीकरण दिए या माफ़ी माँगे अपने आधिकारिक ट्विटर हैंंडल से इस ट्वीट को हटा लिया।

फैक्ट चेक: कंगना ने दिया शबाना के ‘अपमानास्पद’ ट्वीट का जवाब?

शबाना द्वारा 29 सितंबर, 2017 को किया गया यह ट्वीट एक बार दोबारा चर्चा का विषय बना और फिर सोशल मीडिया पर लोगों ने अपने-अपने तरीके से शबाना के इस बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त की।

फैक्ट चेक: ‘मोदी को वोट नहीं देंगी मुस्लिम औरतें’ – ‘आज तक’ का फर्जीवाड़ा पकड़ा गया

क्या यह फ़ेक न्यूज़ फ़ैलाने के साथ-साथ धारा 171[G] के अंतर्गत चुनावों को अवैध रूप से (चुनावों के सम्बन्ध में झूठ बोलकर) प्रभावित करने का अपराध नहीं है ?

1 नंबर की झूठी और धूर्त है शबाना: नवरात्रि पर हिंदू देवी-देवताओं के नाम का सहारा लेकर उड़ाया था मजाक

"मैं अल्लाह से दुआ करती हूँ कि लक्ष्मी को भीख न माँगना पड़े, कोई दुर्गा गर्भ में न मरे, न पार्वती को दहेज देना पड़े, न सरस्वती को शिक्षा से वंचित किया जाए और न ही किसी काली को 'फेयर एंड लवली' की ज़रूरत पड़े। इंशाल्लाह!"

किसी माँ ने वो औलाद नहीं जना, जो रोहिंग्याओं को निकाल कर दिखा दे: वायरल वीडियो का Fact Check

"रोहिंग्या को लावारिस मत समझना कि उन्हें बंगाल से निकाल दोगे। सुनो... ये असम नहीं, ये गुजरात नहीं, ये यूपी नहीं, ये मुजफ्फरनगर नहीं... ये बंगाल है, बंगाल। और बंगाल में अभी तक किसी माँ ने वो औलाद नहीं जना है जो मुसलमानों को निकाल कर दिखा दे।"

कॉन्ग्रेस का ‘हिन्दू आतंकवाद’ और बेशर्म राजदीप: PM मोदी के बयान से किया खिलवाड़, लोगों ने लगाई लताड़

राजदीप सरदेसाई ने इस सीधे बयान को ग़लत तरीके से पेश करते हुए कहा कि पीएम 'हम बनाम वो' की बात कर रहे हैं। ज़ाहिर है, राजदीप का कुटिल इरादा दो सम्प्रदायों के बीच वैमनस्य को बढ़ावा देना था। वो मोदी की छवि कट्टरवादी और मुस्लिम विरोधी पेश करना चाह रहे थे।

फैक्ट चेक: कॉन्ग्रेस, आप के नेता और उनके चाटुकार पत्रकारों ने रिटायर्ड NIA जज के BJP में शामिल होने की फर्जी खबरें फैलाईं

इस खबर के मूल हकीक़त को परखेे बिना इसे सोशल मीडिया पर शेयर करना दिखाता है कि आजकल सोशल मीडिया का इस्तेमाल किस प्रकार फेक न्यूज को फैलाने के लिए किया जा रहा है।

फैक्ट चेक: नकली है मस्जिद हमले के बाद 350 कीवियों का इस्लाम अपनाने का दावा

उस वीडियो का उद्गम जिस यूट्यूब चैनल ‘DedicatedMoslem’ को गया था उसके प्लेलिस्ट से भी फिलहाल वह वीडियो गायब है।

फैक्ट चेक: क्या सूअर का खून होता है वोटिंग वाली स्याही में? अल्पसंख्यकों के खिलाफ साज़िश?

यह पोस्ट उस दिन चर्चा में आया है जब से कुछ मुस्लिम संगठनों ने रमजान के दिन पड़ने वाली तारीखों पर चुनाव आयोग से आपत्ति जतानी शुरू की और रमजान के दिन पड़ने वाली तारीखों को बदलने की माँग की है।

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