महिला ने सोशल मीडिया पर आपबीती पोस्ट की है। इस पोस्ट में बताया गया कि कैसे बेंगलुरु में नौकरी के दौरान महिला को कन्नड़ न आने के कारण कितना भेदभाव झेलना पड़ा।
सियाचिन ग्लेशियर में सेना के टेंटों में लगी आग से साथी जवानों को बचाने के लिए कैप्टन अंशुमन सिंह बलिदान हो गए थे। उन्हीं की पत्नी पर अमजद ने अभद्र टिप्पणी की।