AIUDF प्रमुख बदरुद्दीन अजमल ने भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने की धमकी दी, वीडियो वायरल: फैक्ट चेक

क्या AIUDF प्रमुख बदरुद्दीन अजमल ने भारत को इस्लामिक देश बनाने की धमकी दी?

असम में विधानसभा चुनाव से पहले, एक छोटा सा वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में AIUDF के प्रमुख बदरुद्दीन अजमल को कुछ बेहद ही सांप्रदायिक और भड़काऊ टिप्पणियाँ करते सुना जा सकता है। वीडियो एक छोटी क्लिप है और यह स्पष्ट है कि यह विवादास्पद राजनेता द्वारा दिए गए कई भाषणों की कई टिप्पणियों का संकलन है। 

क्लिप में, अजमल को यह कहते हुए सुना जा सकता है, “मुगल बादशाहों ने इस देश में आठ सौ वर्षों तक इस देश में शासन किया… इस देश को इस्लामिक राज्य बनाया जाएगा… मंत्रालय कौन बनाएगा? हमारा महागठबंधन, यूपीए, महागठबंधन एक साथ वहाँ सरकार बनाने के लिए आएँगे और इस सरकार में आपकी पार्टी एआईयूडीएफ भी एक हिस्सा होगी… पूरे हिंदुस्तान में एक भी हिंदू नहीं रहेगा, सभी को मुस्लिम में बदल दिया जाएगा।”

ये स्पष्ट रूप से अत्यधिक सांप्रदायिक टिप्पणी हैं, और सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं ने AIUDF प्रमुख पर अत्यधिक सांप्रदायिक भाषण देने का आरोप लगाते हुए वीडियो को सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर पोस्ट किया है।

हालाँकि, बदरुद्दीन अजमल ने अतीत में उत्तेजक और सांप्रदायिक भाषण दिए हैं, मगर इस भाषण में उन्होंने ऐसी कोई टिप्पणी नहीं की है। उनके भाषण के वीडियो को केवल चुनिंदा पंक्तियों को बनाए रखने के लिए गलत तरीके से संपादित किया गया था, ताकि ये दिखाया जा सके कि उन्होंने भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने की धमकी दी। उन्होंने अप्रैल 2019 में लोकसभा चुनाव के दौरान असम के बारपेटा में एक चुनावी रैली में भाषण दिया गया था।

भाषण के अनएडिटेड हिस्से को नीचे दिए गए वीडियो में देखा जा सकता है।

उनके भाषण का अनुवाद कुछ इस तरह से है, “इस भारत में, मुगल बादशाहों ने 800 वर्षों तक शासन किया। उन्होंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि वे इस देश को इस्लामिक राष्ट्र बनाएँगे। अगर वे ऐसा करने का सोचते तो 800 साल में पूरे भारत में एक भी हिंदू व्यक्ति नहीं रहता। सभी को मुस्लिम के रूप में परिवर्तित किया गया होगा। क्या उन्होंने उन्हें परिवर्तित किया? क्या उन्होंने ऐसा किया? उन्होंने इसकी कोशिश नहीं की, उन्होंने इसकी हिम्मत नहीं की। उसके बाद 200 वर्षों तक, अंग्रेजों ने इस देश पर शासन किया। यहाँ तक कि उन्होंने भी भारत को ईसाई राष्ट्र बनाने की कोशिश नहीं की। उसके बाद, राष्ट्र स्वतंत्र होने के बाद 70 साल में कॉन्ग्रेस ने 55 साल शासन किया। जवाहरलाल नेहरू, शास्त्री से लेकर राजीव गाँधी तक, मनमोहन सिंह तक, नरसिम्हा राव तक, एक भी कॉन्ग्रेसी नेता ने भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने का सपना नहीं देखा था। मोदी जी, इसका सपना मत देखो, आपका सपना सच नहीं होगा।”

उन्होंने कहा, “इस बार, आपको लॉक एंड की (AIUDF सिंबल) पर वोट देकर मोदी जी, बीजेपी, आरएसएस, हिमंत बिस्वा सरमा एंड पार्टी को जवाब देना है। इस तरह से वोट दें कि इंशा अल्लाह, मोदी चुनाव के बाद प्रधानमंत्री नहीं बन पाएँगे। सरकार कौन बनाएगा? हमारे महागठबंधन, यूपीए, महागठबंधन वहाँ सरकार बनाएँगे, और आपकी पार्टी यूडीएफ इस सरकार में सहयोगी होगी।”

इसलिए, AIUDF ने इस तरह की कोई टिप्पणी नहीं की, जिनके बारे में उन पर आरोप लगाया गया था। सोशल मीडिया पर जो वीडियो शेयर किया जा रहा है वह एक डॉक्टर्ड वीडियो है। इसके अलावा, वीडियो 2019 के लोकसभा चुनावों से है, आगामी विधानसभा चुनावों के दौरान का नहीं।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया