स्वघोषित फैक्ट चेकर और ऑल्टन्यूज का फाउंडर मोहम्मद जुबैर लगातार खुद का ही स्तर गिराता जा रहा है। कॉन्ग्रेस-वामपंथी विचारधारा का समर्थन ना करने वालों के फैक्ट चेक करने के चक्कर में जुबैर ने एक बार और खुद को झूठा और मूर्ख सिद्ध कर दिया है। इस बार उसने डीडी न्यूज के पत्रकार अशोक श्रीवास्तव के एक खुलासे का फैक्टचेक करने का दावा किया।
During the Congress regime, I was summoned by a top Doordarshan official and told that my kalawa [sacred Hindu thread] must not be visible on the screen. I refused to remove my kalawa. It is my identity; it is a matter of pride for me. – @AshokShrivasta6, Anchor and Journalist pic.twitter.com/59imJ5H2Mc
— Anand Ranganathan (@ARanganathan72) May 14, 2024
अशोक श्रीवास्तव की यह बताते हुए क्लिप आनंद रंगनाथ ने एक्स (ट्विटर) पर शेयर की। उन्होंने जैसे ही यह क्लिप डाली, जुबैर तुरंत कॉन्ग्रेस को बचाने के लिए उस पर कूद गया और इसे फैक्ट चेक करने का प्रयास किया। उसने अशोक श्रीवास्तव की बात पर प्रश्न चिन्ह खड़े करने के लिए उनकी एक पुरानी वीडियो निकाली, इसमें श्रीवास्तव कलावा पहने हुए दिखते हैं।
जुबैर द्वारा शेयर की गई यह तस्वीर 2013 की है। इसमें अशोक श्रीवास्तव एक कार्यक्रम को डीडी न्यूज पर होस्ट कर रहे हैं और उन्होंने कलावा पहना हुआ है। यह दिखा कर जुबैर ने यह सिद्ध करना चाहा कि कॉन्ग्रेस के राज में डीडी न्यूज पर कलावा दिखाने को लेकर अशोक श्रीवास्तव से कुछ नहीं कहा गया था और वह झूठ बोल रहे हैं। जुबैर ने लिखा, “यदि आप झूठ बोलते हैं तो ऐसा झूठ बोलें कि आप आसानी से पकड़े ना जाएँ।”
यदि आप झूठ बोलते हैं तो ऐसा झूठ बोलें कि आप आसानी से पकड़े न जाएं।
— Mohammed Zubair (@zoo_bear) May 14, 2024
वीडियो – @ARanganathan72 pic.twitter.com/I40uohsS3w
इस फैक्ट चेक से अशोक श्रीवास्तव की बात तो झूठी नहीं सिद्ध हुई परन्तु जुबैर की कॉन्ग्रेस वंदना और मूर्खता जरूर सामने आ गई। जुबैर ने दावा किया कि अशोक श्रीवास्तव झूठ बोल रहे हैं क्योकि 2013 में भी उन्होंने कलावा पहना हुआ था। दरअसल, अशोक श्रीवास्तव ने अपने वीडियो में कहीं भी यह नहीं कहा कि उन्होंने कलावा पहनना डीडी न्यूज के अधिकारियों के कहने के बाद छोड़ दिया था। उन्होंने सिर्फ यह बताया कि उसने कलावा स्क्रीन पर ना दिखाने को कहा गया था।
दूसरी बात यह है कि जुबैर ने जो तस्वीर शेयर की, वह 2013 की है। इसके उलट कॉन्ग्रेस सरकार के इस मौखिक आदेश की बात अशोक श्रीवास्तव ने 2006 के आसपास की बताई है। ऐसे में जुबैर किसी बात को झूठ तो नहीं साबित कर सका, लेकिन खुद को जरूर मूर्ख साबित कर गया।
जुबैर के इस असफल फैक्ट चेक के बाद अशोक श्रीवास्तव ने उसकी कलई खोल दी। पहले उन्होंने जुबैर को उनके साथ डिबेट के लिए चुनौती दी, लेकिन फिर उन्होंने बताया कि उसके पिछले रिकॉर्ड को देखते हुए, जुबैर उनसे डिबेट नहीं करेगा।
आज हां @zoo_bear एक ट्वीट करके भागना नहीं, हिम्मत है तो आओ किसी स्टूडियो में बैठ कर कैमरे पर जनता के सामने डिबेट करते हैं।
— Ashok Shrivastav (@AshokShrivasta6) May 15, 2024
राहुल जी के शब्दों में दूध का दूध और पानी का पानी हो जायेगा।
वैसे तुम क्या डिबेट करोगे। 2021 में जब तुमने गाजियाबाद में झूठ फैलाते फैलाया था तब मैंने तुम्हें… pic.twitter.com/6xpZfkuj29
अशोक श्रीवास्तव ने बताया कि कैसे उन्होंने 2021 में गाजियाबाद के लोनी की घटना के बारे में झूठी खबर फैलाने के बाद जुबैर को अपने कार्यक्रम ‘दो टूक’ पर बहस के लिए किया था। श्रीवास्तव ने बताया कि उस समय जुबैर ने कोई जवाब नहीं दिया था।
श्रीवास्तव ने 2021 में जुबैर को भेजे गए व्हाट्सएप मैसेज का एक स्क्रीनशॉट भी अपलोड किया, जिसमें उन्हें डिबेट के लिए बुलाया गया था। यह डिबेट जुबैर के उस ट्वीट के बारे में थी, जिसमें उसने दावा किया था कि गाजियाबाद के लोनी में एक बूढ़े मुस्लिम व्यक्ति को जय श्री राम नहीं बोलने पर पीटा गया था।
जुबैर ने इस मामले को लेकर धार्मिक तनाव फ़ैलाने की कोशिश की थी और इसमें उसका सहयोग लिबरल वामपंथी गैंग ने भी दिया था। हालाँकि, यह मामला निजी दुश्मनी का था और उत्तर प्रदेश पुलिस ने इस मामले में FIR भी दर्ज की थी।