Wednesday, April 17, 2024
Homeरिपोर्टअंतरराष्ट्रीयपाकिस्तान भी कोई देश है... पूर्व प्रधानमंत्री के साथ हिरासत में मारपीट, मुँह पर...

पाकिस्तान भी कोई देश है… पूर्व प्रधानमंत्री के साथ हिरासत में मारपीट, मुँह पर पानी वाला ग्लास फेंक कर मारा

नैब प्रवक्ता ने इस घटना को पूरी तरह से गलत, आधारहीन और झूठा बताया है। वहीं अदालत में पेश हुए अब्बासी की बात से यह साफ हुआ कि यह घटना वास्तव में घटी है।

भ्रष्टाचार के आरोप में जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी के साथ अधिकारियों ने मारपीट की और उनके मुँह पर पानी का गिलास फेंक दिया। जानकारी के मुताबिक, जेल में बंद अब्बासी से अधिकारी पूछताछ कर रहे थे। इस दौरान एक अफसर नाराज हो गया और उनके मुँह पर पानी का गिलास फेंक कर मारा। बता दें कि भ्रष्टाचार के आरोप में इसी साल 19 जुलाई को अब्बासी को गिरफ्तार किया गया था और इसके बाद से वे नेशनल अकांउटबिलिटी ब्यूरो (NAB) की हिरासत में हैं।

जियो न्यूज़ के अनुसार, अब्बासी से नैब के मुख्यालय में पूछताछ की जा रही थी। पूछताछ के दौरान अब्बासी ने कुछ सवालों को जवाब देने से इनकार कर दिया। उनके इस बर्ताव से नैब का एक अधिकारी गुस्से में आ गया। उसने आपा खोते हुए, पूर्व प्रधानमंत्री से मारपीट की। मारपीट के बाद उसने गुस्से में पानी से भरा ग्लास अब्बासी पर फेंक दिया। हालाँकि, नैब की टीम में शामिल मोहम्मद जुबैर ने हालात को संभाल लिया। बताया जा रहा है कि अफसर ने मामले की रिपोर्ट रावलपिंडी नैब के महानिदेशक इरफान नईम मंगी को सौंपी है।

गौरतलब है कि 60 वर्षीय अब्बासी पर आरोप है कि जब वह पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की कैबिनेट में पेट्रोलियम मंत्री थे, तब उन्होंने एलएनजी टर्मिनल के लिए नियमों के खिलाफ जाकर 15 साल का अनुबंध दिया था। इस घोटाले के कारण पाकिस्तान को करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ था। एनएबी ने यह मामला 2016 में बंद कर दिया था, लेकिन 2018 में इस मामले को फिर से खोला गया।

हालाँकि नैब प्रवक्ता ने इस बारे में पूछे जाने पर इसे पूरी तरह से गलत बताया और कहा कि ‘जियो न्यूज’ की यह सूचना पूरी तरह से आधारहीन और झूठी है। वहीं अदालत में पेश हुए अब्बासी की बात से यह साफ हुआ कि यह घटना वास्तव में घटी है।

वैसे, पाकिस्तान में राष्ट्राध्यक्षों से मारपीट का ये पहला मामला नहीं है। पूर्व प्रधानमंत्रियों को हिरासत में बेइज्जत किए जाने के मामले पहले भी कई बार सामने आ चुके हैं। इससे पहले जनरल जिया उल हक के शासन में पूर्व प्रधानमंत्री जुल्फिकार अली भुट्टो और जनरल मुशर्रफ के शासन में पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के साथ जाँच एजेंसियों ने मारपीट की थी।

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

स्कूल में नमाज बैन के खिलाफ हाई कोर्ट ने खारिज की मुस्लिम छात्रा की याचिका, स्कूल के नियम नहीं पसंद तो छोड़ दो जाना...

हाई कोर्ट ने छात्रा की अपील की खारिज कर दिया और साफ कहा कि अगर स्कूल में पढ़ना है तो स्कूल के नियमों के हिसाब से ही चलना होगा।

‘क्षत्रिय न दें BJP को वोट’ – जो घूम-घूम कर दिला रहा शपथ, उस पर दर्ज है हाजी अली के साथ मिल कर एक...

सतीश सिंह ने अपनी शिकायत में बताया था कि उन पर गोली चलाने वालों में पूरन सिंह का साथी और सहयोगी हाजी अफसर अली भी शामिल था। आज यही पूरन सिंह 'क्षत्रियों के BJP के खिलाफ होने' का बना रहा माहौल।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -

हमसे जुड़ें

295,307FansLike
282,677FollowersFollow
417,000SubscribersSubscribe