अप्रैल, 2024 में वस्तु एवं सेवा कर (GST) का संग्रह रिकॉर्ड ₹2 लाख करोड़ के पार पहुँच गया। वित्त वर्ष 2024-25 के पहले महीने में ही केंद्र सरकार और राज्य सरकारों की बम्पर कमाई हुई। महाराष्ट्र और कर्नाटक जैसे राज्यों ने GST संग्रह में बड़ी बढ़त दिखाई।
वित्त मंत्रालय द्वारा बुधवार (1 मई, 2024) को जारी किए गए आँकड़े के अनुसार, अप्रैल माह में GST संग्रह कुल ₹2,10,267 करोड़ रहा। इसमें अप्रैल 2023 की तुलना में 12.4% की बढ़त देखी गई। मार्च महीने में GST का संग्रह ₹1.78 लाख करोड़ रहा था, उसके मुकाबले इसमें लगभग 20% की बढ़त देखी गई।
वित्त मंत्रालय द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, GST के केन्द्रीय हिस्से (CGST) के रूप में सरकार को ₹43,846 करोड़ की कमाई हुई। जबकि राज्यों को इससे ₹53,538 करोड़ की कमाई हुई। इसके अलावा एक राज्य से दूसरे राज्य के बीच माल जाने पर लगने वाला GST ₹99,623 करोड़ रहा। इसके अलावा ₹13,260 करोड़ की कमाई सेस से भी हुई।
GST से केंद्र को होने वाली कुल कमाई अप्रैल महीने में ₹94,153 करोड़ जबकि राज्यों को मिलने वाली GST ₹95,138 करोड़ रहा। GST के संग्रह ने पहली बार ₹2 लाख करोड़ का आँकड़ा पार किया है। सबसे अधिक GST महाराष्ट्र से संग्रहित किया गया, यहाँ से ₹37,671 करोड़ की कमाई हुई।
गौरतलब है कि GST को 1 जुलाई, 2017 को लागू किया गया था। इसके कारण देश के करों का जंजाल खत्म करने में सहायता मिली थी। GST में 17 अलग-अलग तरह के करों को समाहित कर दिया गया। GST के लिए एक एकीकृत पोर्टल भी लाया गया।
यहाँ आसानी ने GST जमा किया जा सकता था। GST के कारण सरकार को भी बम्पर कमाई होना चालू हुई। वित्त वर्ष 2023-24 में सरकार को ₹20.18 लाख करोड़ की कमाई हुई थी। इसकी तुलना अगर GST से पहले के समय से की जाए तो यह 2016-17 के दौरान मात्र ₹3.19 लाख करोड़ था। यानी GST के बाद इसमें लगभग 6 गुने की वृद्धि हुई है।