हमारे समाज में कुछ समुदाय के लोग ऐसे हैं जिनसे ताल्लुक़ रखने वाले आला नेताओं से लेकर IAS अफ़सर तक कहना होता है कि उनका धर्म और उनके लोग ख़तरे में हैं। भारत देश में दूसरी सबसे बड़ी आबादी होने के बावजूद, खुद को अल्पसंख्यक सूची में रखकर अन्यों पर निशाना साधने वाले अक्सर ये भूल जाते हैं कि जितनी सुधरी हुई स्थिति उनकी भारत में है उतनी शायद ही किसी अन्य देश में होगी। फिर भी इस समुदाय विशेष से जुड़ी ख़बरें अक्सर सामने आती ही रहती हैं कि ये लोग ‘सेकुलर-सेकुलर’ जपते हुए दूसरों के धर्म और उनके प्रतीकों पर वार करने से भी नहीं चूकते।
हाल ही में आई ख़बरों के अनुसार बताया गया है कि मंगलवार की सुबह प्रतापगढ़ के पट्टी कोतवाली अन्तर्गत उडईयाडीह बाज़ार में स्थित हनुमान मंदिर में एक ‘समुदाय विशेष’ के युवक ने मंदिर का ताला तोड़कर उसमें रखी हनुमान जी की मूर्ति को खंडित करके बाहर फेंक दिया, इसके बाद उसने नमाज़ पढ़ी और फिर धार्मिक नारे लगाने लगा।
इस मामले पर भड़की वहाँ की भीड़ ने पहले उसे मंदिर से निकालकर पीटा और फिर उसे पुलिस के हवाले कर दिया गया। उसकी इस हरकत पर जब उससे सवाल किया गया कि उसने ऐसा क्यों किया है तो उसका साफ़ कहना था ऐसा करने का हुक्म उसे उसके अल्लाह ने सपने में आकर दिया था।
स्थानीय लोगों का कहना है कि इस घटना के आरोपित के साथ दो और लोग भी थे, जिनकी गिरफ़्तारी के लिए वहाँ के लोगों ने पुलिस से माँग की है। फ़िलहाल, इस पूरे मामले में युवक पर मुक़दमा दर्ज़ कर लिया गया है। मामले को अपने हाथ में लेते हुए एसपी एस आनंद ने आरोपितों के ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
बता दें कि इस घटना के आरोपित के पकड़े जाने के बाद मंदिर में हनुमान जी की दूसरी मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा का कार्य शुरू हो गया है।