मध्य प्रदेश: गुना में दलित किसान दंपति के मामले पर NCW ने जताई नाराजगी, की निष्पक्ष और शीघ्र जाँच की माँग

पुलिस की बर्बरता के खिलाफ सख्त जाँच की माँग

मध्य प्रदेश के गुना में दलित किसान दंपति के साथ प्रशासन के अधिकारियों ने जिस तरह से मारपीट की, इस मामले पर विवाद बढ़ता जा रहा है। वहीं अब इस मामले में राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी नाराज़गी व्यक्त की है। इसके साथ ही मामले की रिपोर्ट तलब करते हुए मध्यप्रदेश पुलिस से निष्पक्ष और जल्दी जाँच को सुनिश्चित करने के लिए कहा है। आयोग ने इस मामले की एक प्रारंभिक रिपोर्ट की भी माँग की है।

NCW की चेयरपर्सन रेखा शर्मा ने इस मामले से जुड़े वीडियो को देखते हुए मध्य प्रदेश के पुलिस महानिदेशक विवेक जौहरी को एक पत्र लिखा है। उन्होंने पुलिस की तरफ से किए गए अमानवीय व्यवहार पर चिंता ज़ाहिर करते हुए घटना की पूर्ण जानकारी का ब्यौरा माँगा है। इसके साथ ही शर्मा ने पुलिस से इस मामले में बिना किसी दबाव के निष्‍पक्ष जाँच जल्‍द से जल्‍द करने को कहा है।

गौतलब है कि मध्यप्रदेश के गुना में मंगलवार को अतिक्रमण हटाने के लिए पहुँची पुलिस ने किसान दंपति की लाठियों से जमकर पिटाई की। इसके साथ ही किराए की जमीन पर खेती कर रहे किसान पति-पत्नी ने आत्महत्या करने का भी प्रयास किया। इससे जुड़ा एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। जिसपर गंभीरता से संज्ञान में लेते हुए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुना के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को तत्काल प्रभाव से हटाने के निर्देश दिए हैं।

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्पष्ट किया है कि किसी भी प्रकार की बर्बरता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुना मामले में उच्च स्तरीय जाँच के आदेश भी दिए हैं, जो भी इस घटना में दोषी है उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

इस मामले के सामने आने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी ट्वीट किया। जिसमें लिखा कि, “गुना की घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। इस संबंध में मैंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जी से चर्चा करके ऐसे असंवेदनशील व दोषी अधिकारियों पर कड़ी कार्यवाही का अनुरोध किया है।”

https://twitter.com/JM_Scindia/status/1283453612463493123?ref_src=twsrc%5Etfw

उल्लेखनीय है कि गुना शहर के जगनपुर क्षेत्र में एक सरकारी मॉडल कॉलेज के निर्माण के लिए निर्धारित सरकारी जमीन के अतिक्रमण से जबरन निकाले गए एक दलित दंपति ने मंगलवार (जुलाई 14, 2020) को इस मुहिम के विरोध में कीटनाशक पी लिया था।

एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अतिक्रमणकारी दंपति और उनके परिवार के लोगों द्वारा अतिक्रमण हटाने की मुहिम का विरोध करने पर पुलिस को लाठीचार्ज करने के लिए मजबूर होना पड़ा। कीटनाशक पी लेने के बाद पुलिस द्वारा दंपति को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहाँ फिलहाल उनकी हालत में सुधार है।

जगह छोड़ने का विरोध कर रहे दंपति को पीटने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। इसमें पुलिस लाठी से एक आदमी को कथित तौर पर पीट रही है और उसकी पत्नी और अन्य लोग उसे बचाने का प्रयास कर रहे हैं। इसमें महिला भी अपने पति के ऊपर लेट जाती है और महिला पुलिसकर्मी उसे मौके से हटाते हुए नजर आ रही हैं।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया