कोयंबटूर में 23 अक्टूबर को हुए विस्फोट के संबंध में लगातार चौकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। इस बार जो जानकारी सामने आई है, वह स्पष्ट तौर पर बताती है कि आतंकियों ने बड़ी साजिश रची थी, दूसरी ओर तमिलनाडु के मंत्री और डीएमके नेता पी त्यागराजन ने कोयम्बटूर सिलेंडर ब्लास्ट को ‘आतंकी हमला’ बताने तक से इनकार कर दिया था।
रिपब्लिक टीवी ने सूत्रों के हवाले से बताया कि जिस मारुति 800 कार में सिलेंडर विस्फोट हुआ था, उसे आतंकी जमीशा मुबीन तमिलनाडु शहर के केंद्र में ले जाना चाहता था। मतलब साफ़ है कि ये लोग ज्यादा नुकसान पहुँचाना चाहते थे। जबकि अब तक यह माना जा रहा था कि आत्मघाती हमलावर कोट्टई ईश्वरम मंदिर को उड़ाने की फिराक में था।
#BREAKING | Shocking details emerge in Coimbatore blast case; car was meant to be taken to city centre.
— Republic (@republic) November 9, 2022
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सूत्रों ने आगे कहा कि कार विस्फोट के मुख्य साजिशकर्ता जमीशा मुबीन कार को निर्दिष्ट स्थान पर ले जा रहा था, लेकिन एक पुलिस चौकी को देखने के बाद उसने कार को एक मंदिर के सामने रोक दिया था । इससे पहले कि मुबीन अगली कार्रवाई की योजना बना पाता, सिलेंडर से गैस का रिसाव और फैलना शुरू हो गया था, जिससे विस्फोट हो गया।
विस्फोट में मुख्य आरोपीत मुबीन की जान चली गई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट को हालाँकि सार्वजनिक नहीं किया है, लेकिन सूत्रों ने बताया कि लगभग 2 इंच के आकार के 7 लोहे की पिन उसके शरीर में पाए गए हैं। एक पिन उसकी छाती के बाईं ओर भी घुस गया। उसकी मौत मौके पर ही हो गई थी।
मामले का जिहाद से भी कनेक्शन
इस संबंध में राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (NIA) द्वारा जुटाए गए सबूतों के आधार पर ‘इंडिया टुडे’ ने बताया है कि उसके घर से जो सामग्री मिली हैं, उसमें भी जिहाद का जिक्र है। इसमें लोगों की दो श्रेणी बताई गई है। मुस्लिम या काफिर। उसके घर से मिले एक स्लेट पर लिखा हुआ था- जो लोग अल्लाह के घर को छूने की हिम्मत करते हैं उन्हें उखाड़ फेंका जाएगा। रिपोर्ट्स के मुताबिक वह इस्लामिक स्टेट (ISIS) के आतंकियों की तरह बॉडी शेव करवाकर अपने मिशन पर निकला था। पूरे शरीर पर उसने जिहादी बातें लिख रही थी।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने 30 अक्टूबर को अपनी जांच शुरू कर दी थी। मामले के संबंध में अब तक छह गिरफ्तारियां की जा चुकी हैं। गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान पुलिस ने मुहम्मद तालका, मोहम्मद अजहरुद्दीन, मोहम्मद रियाज, फिरोज इस्माइल और मोहम्मद नवाज इस्माइल के रूप में की है।
कोयम्बटूर सेंट्रल जेल में बंद गिरफ्तार आरोपितों को चेन्नई के पूनमल्ली में एनआईए कोर्ट के समक्ष पेश किया गया, जिसने उन्हें 22 नवंबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया।