मुंगेर हत्याकांड: चश्मदीदों ने दो थाना प्रभारियों पर लगाया आरोप, बताया पूरा घटनाक्रम

चश्मदीदों ने लगाया दो थाना प्रभारियों पर आरोप

बिहार चुनाव के बीच मुंगेर जिले में दुर्गा विसर्जन के दौरान हिंसक वारदात हुई है। शहर के दीन दयाल चौक पर बदमाशों द्वारा फायरिंग और पत्थरबाजी की घटना को अंजाम दिया गया जिसमें आधा दर्जन से अधिक लोगों को गोली लगी है और कई घायल हो गए हैं। 

वहीं, इस घटना में एक युवक की मौत भी हो गई है और दूसरे युवक को भागलपुर रेफर किया गया है। आक्रोशित लोगों का आरोप है कि पुलिस प्रशासन ने बेगुनाहों पर गोली चलाई है। चश्मदीदों ने दो थाना प्रभारियों पर आरोप लगाया है।

इसका एक वीडियो सामने आया है, जिसमें चश्मदीद मीडिया के जरिए अपनी बात रख रहे हैं। इसमें उन्होंने बासुदेवपुर थाना प्रभारी शिशिर कुमार सिंह और मुफस्सिल थाना प्रभारी ब्रजेश कुमार सिंह पर आरोप लगाया है।

चश्मदीद का कहना है कि थाना प्रभारियों ने उन लोगों पर मूर्ति आगे बढ़ाने का दबाव बनाया। उन लोगों ने थाना प्रभारी की बात भी मान ली और आपस में कुछ विचार-विमर्श करने लगे कि तभी थाना प्रभारी को पुलिस की तरफ से फोन आया, वो लोग मैडम-मैडम करके बात कर रहे थे।

चश्मदीद आगे कहता है, “शायद उनको उधर से आदेश मिला कि दंडात्मक कार्रवाई को आगे बढ़ाया जाए, दबाव बनाया जाए। इसके बाद उन लोगों ने बिना कोई अग्रिम सूचना दिए एक- दो हवाई फायरिंग करके लोगों पर गोलियाँ चलानी शुरू कर दी। वहीं पर एक लड़का खड़ा था, जिसकी उम्र 15 से 18 साल होगी, उसके सिर में गोली लगी और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद भी गोलियाँ चलती रही। लगभग 6 गोली तो हमने लगते देखा है। दोनों थाना प्रभारी के साथ 25-30 की संख्या में सीआरपीएफ की फोर्स थी, वो चाहते तो हॉस्पिटल पहुँचा सकते थे, लेकिन उन लोगों ने मानवता को तार-तार किया है। उन लोगों ने फोन पर बात किया, जिसमें शायद उनसे कहा गया कि छोड़ दो सारे को।”

उन्होंने बताया कि पुलिस ने फायरिंग करने के बाद उन्हें मरने के लिए छोड़ दिया। उन लोगों ने काफी मुश्किल से साइकिल से, रिक्शा से, मोटरसाइकिल पर, कंधा पर, जैसे संभव हो सका, हॉस्पिटल लेकर आए और उनका इलाज करवा रहे हैं। डॉक्टरों ने तत्काल इलाज शुरू किया।

इसके साथ ही चश्मदीदों ने मीडिया के माध्यम से बिहार के डीजीपी, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की है कि वो त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों थाना प्रभारी को अविलंब बर्खास्त किया जाए। आक्रोशित भीड़ ने सीबीआई जाँच की भी माँग की है।

गौरतलब है कि घटना का दो नया वीडियो आया है। जिसमें गोली चलने की आवाज सुनी जा सकती है। डीएम राजेश मीणा और एसपी लिपि सिंह ने इस मामले में सफाई देते हुए बयान जारी किए थे। एसपी ने दावा किया था कि प्रतिमा विसर्जन के दौरान असामाजिक तत्वों ने पुलिस पर पथराव किया और गोलीबारी की, जिसके बाद अपने बचाव में पुलिस ने कार्रवाई की। बता दें कि एसपी लिपि सिंह, जदयू (JDU) के राज्यसभा सांसद आरसीपी सिंह की बेटी हैं।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया