जब जनवरी और फरवरी 2020 में लिबरल गैंग कोरोना वायरस को पीएम मोदी की चाल बताने से लेकर इसके ख़तरे को नज़रअंदाज़ करते हुए इसकी खिल्ली उड़ा रहा था, तब मोदी सरकार पूरे जतन से इस वायरस के खतरनाक प्रकोप को रोकने के प्रयासों में लगी हुई थी। सोचिए, अगर देश इन लिबरल गिरोहों के पास होता तो फिर अभी भारत में कितनी लाशें गिर रही होतीं? सौभाग्य से ऐसा नहीं हुआ क्योंकि सरकार सजग थी, जिसने तुरंत चीन से आने वाले यात्रियों की स्क्रीनिंग की व्यवस्था की, कई फ्लाइट्स पर पाबंदी लगाईं और फिर जनता को जागरूक करने में लग गई। लेकिन, इस दौरान लिबरल और सेक्युलर गिरोह क्या कर रहा था?
इनलोगों के ही गुट की एक नेता ममता बनर्जी ने भी तब कहा था कि पीएम मोदी दिल्ली में हुए दंगों को ढकने के लिए कोरोना वायरस के ख़तरों को बढ़ा-चढ़ा कर पेश कर रहे हैं। आज स्थिति ये है कि पूरा कोलकाता लॉकडाउन है। आइए, इसी गैंग के एक यूट्यूबर और प्रपंच ध्वजवाहक ध्रुव राठी पर नज़र डालते हैं, जो उस समय कुछ और दावे कर रहा था और अब कुछ और ही दावे कर रहा है। ध्रुव राठी ने तब कहा था कि मीडिया इसे बढ़ा-चढ़ा कर पेश कर रही है।
राठी ने फरवरी में बनाए गए एक वीडियो में दावा किया था कि चीन से बाहर रहने वाले लोगों को घबराने की कोई ज़रूरत नहीं है क्योंकि उनके लिए कोई ख़तरा नहीं है। राठी ने कहा था कि मीडिया ‘फियर मोंगरिंग’ फैला रहा है, यानी कोरोना वायरस के नाम पर लोगों को डरा रहा है। राठी ने लोगों से कहा था कि वो सावधानी रखें लेकिन घबराएँ नहीं।
वो तो भला हो कि अधिकतर नागरिक ऐसे फर्जी यूट्यूबर्स की बातों पर ध्यान नहीं देते, लेकिन कुछ कम बुद्धि वाले राठी-समर्थक उसकी बातों को फूल और बाकी बातों की बबूल ही समझते हैं। राठी ने तब आरोप लगाया था कि ‘डर का माहौल’ ऐसे बनाया जा रहा है, जैसे कोई ‘जॉम्बी अपॉकलिप्स’ (चलती-फिरती लाशों वाली तबाही) आ गया हो। राठी पहले क्या कह रहा था और अब उनकी राय कैसे बदल गई है समय के साथ, यहाँ देखिए:
Beware of Online Hakeem, becoming experts on every topic and fooling people.
— Political Kida (@PoliticalKida) March 23, 2020
They are more dangerous than whatsapp forwards. pic.twitter.com/EA9FwFEodY
और अब यही ध्रुव राठी लोगों को समझा रहा है कि कैसे सारे देशों में कोरोना वायरस को लेकर तबाही फ़ैल रही है। साथ ही उसने अपने नए वीडियो में बताया है कि कैसे कुछ देशों ने इससे निपटने के लिए तगड़े इंतजाम कर लिए थे। राठी अब भारत सरकार को भी सलाह दे रहा है कि उसे और भी बहुत कुछ करना चाहिए। शायद उसे पता नहीं है कि जब वो कोरोना वायरस को ‘मीडिया का डर’ बताते हुए इसका मखौल उड़ा रहा था, तब सरकार काम करने में लगी हुई थी, तैयारियों में लगी थी।