भारतीय किसान यूनियन (BKU) के अध्यक्ष नरेश टिकैत ने गुरुवार (फरवरी 25, 2021) को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को धमकी दी है कि पार्टी कैंडिडेट्स के ख़िलाफ़ किसान पश्चिम बंगाल की ओर कूच करेंगे।
अयोध्या में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, “हम भाजपा उम्मीदवारों के खिलाफ प्रचार करेंगे। हम पश्चिम बंगाल के लोगों से भाजपा को छोड़कर किसी भी राजनीतिक दल को वोट देने का अनुरोध करेंगे क्योंकि यह झूठे वादों पर चुनाव जीतते हैं।”
बस्ती में होने वाली किसान महापंचायत में भाग लेने से पहले भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने अयोध्या में बजरंगबली का आशीर्वाद लिया और रामजन्मभूमि भी गए। उन्होंने कहा, “भगवान राम हमारे पूर्वज हैं, मैं पहली बार अयोध्या आया हूँ, मुझे बहुत खुशी है।”
उन्होंने कहा कि जिस बीजेपी ने भगवान राम के नाम पर सत्ता हासिल की है और उन्हीं राम के वंशजों पर जुल्म कर रही है। उन्होंने ये भी कहा कि उन्होंने अयोध्या आकर भगवान से पीएम को सदबुद्धि देने की प्रार्थना की है ताकि वह किसानों की परेशानी का समाधान कर सकें।
वह बोले, “हमें सरकार और संयुक्त किसान मोर्चा के साथ एक सार्थक वार्ता चाहिए ताकि इस परेशानी से निपटा जा सके। लेकिन उससे पहले वह उन केसों को वापस लें जो उन्होंने किसानों पर दर्ज किए हैं।”
दिलचस्प बात यह है कि कथिततौर पर पहली बार टिकैत ने कानूनों को निरस्त करने की माँग नहीं की और इसके बजाय मोदी सरकार को उन प्रावधानओं में संशोधन करने को कहा जो उनके अनुसार, किसानों के हित में नहीं हैं। टिकैत ने कहा कि अगर जरूरत है तो नए कानूनों को किसान समर्थन में संशोधित किया जाए, लेकिन पूरी पारदर्शिता के साथ।
टिकैत के अनुसार किसान विरोधी कानून के खिलाफ जो आंदोलन चल रहा है, वह सिर्फ किसान हित के लिए है। उनके मुताबिक वह किसी भी पार्टी का समर्थन नहीं कर रहे हैं, बल्कि केवल एक माँग कर रहे हैं कि सरकार किसान विरोधी कानून को वापस ले। उन्होंने कहा कि किसान कृषि कानून में संशोधन की माँग कर रहे हैं और वार्ता को भी तैयार है लेकिन सरकार किसानों को लेकर गंभीर नहीं है।