हैदराबाद में ईद-उल-फितर से पहले चारमीनार बाजार के पास कोविड प्रोटोकॉल्स की खुलेआम धज्जियाँ उड़ती नजर आईं। सोशल मीडिया पर सामने आए वीडियो में दिखा कि कैसे बाजार में घूमने वाला कोई भी व्यक्ति महामारी को लेकर गम्भीर नहीं है। सोशल डिस्टेंसिंग तो दूर की बात है ज्यादातर लोगों बिना मास्क के ही नजर आए।
जानकारी के मुताबिक, वायरल हो रहा वीडियो 5 मई 2021 का है। राज्य में कर्फ्यू का समय 9 बजे से शुरू होता है। ऐसे में व्यापारी 8:30 तक दुकान खोले रखते हैं और ईद के कारण पिछले कुछ दिनों में यहाँ बड़ी तादाद में भीड़ जमा हो रही है। लोग ईद से पहले कपड़े, गहने और तमाम तरह का सामान लेने बाजार आ रहे हैं।
https://twitter.com/ShivAroor/status/1390191044776562688?ref_src=twsrc%5Etfwसाउथ जोन डीसीपी ने चारमीनार बाजार के पास एकत्रित भीड़ को लेकर कहा, “शहर के कुछ हिस्सों में (कोविड प्रोटोकॉल्स के) कुछ उल्लंघन हुए हैं। हम ऐसे उल्लंघनकर्ताओं के खिलाफ मामले दर्ज कर रहे हैं, विशेष रूप से चारमीनार में और उसके आसपास।”
https://twitter.com/ANI/status/1390317837537857536?ref_src=twsrc%5Etfwडीएसपी ने बताया कि 20 अप्रैल से नाइट कर्फ्यू लगने के बाद से अब तक 698 केस मास्क न पहनने पर और 146 केस सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करने पर दर्ज हुए हैं। इसके अलावा 4 मुकदमे सार्वजनिक सभा करने पर हुए हैं और 253 मुकदमे नाइट कर्फ्यू उल्लंघन पर दर्ज हुए हैं।
तेलंगाना HC लगा चुका है राज्य सरकार को फटकार
बता दें कि तेलंगाना हाईकोर्ट ने कोविड के बढ़ते मामलों को देखते हुए बुधवार को राज्य में सख्त पाबंदी लगाने के निर्देश दिए थे। कोर्ट ने नाइट कर्फ्यू और वीकेंड लॉकडाउन के अलावा भी सख्त पाबंदियों को लागू करने को कहा था।
राज्य सरकार को टेस्टिंग कम करने पर फटकारते हुए कोर्ट ने कहा, “ सरकार को सावधान रहने और कोविड टेस्टिंग बढ़ाने के हमारे निर्देश को पिछले हफ्तों में अनसुना किया गया। सरकार ने लगातार टेस्टिंग घटाई। पिछले हफ्ते से ये 92000 से 70000 पर आ गई। इससे तो अपने आप संक्रमित लोगों की संख्या कम पता चलेगी। आप इसके बूते कह रहे हैं कि कोविड केसों में कमी आई है।”
राज्य को प्रति दिन एक लाख COVID परीक्षण करने का आदेश देते हुए, पीठ ने टिप्पणी की, “निजी केंद्रों पर परीक्षण स्थिर है लेकिन सरकारी केंद्रों में कम हो रहा है।” इस पर सार्वजनिक स्वास्थ्य निदेशक डॉ जी श्रीनिवास राव ने बताया कि 1100 टेस्टिंग सेंटर पर बहुत कम लोग टेस्ट के लिए आ रहे हैं। इसलिए टेस्टिंग की संख्या कम हो रही है।
कोर्ट ने मामले की सुनवाई में यह भी कहा कि किसी भी जगह पर लोगों को एकत्रित होने से रोका जाए। हालाँकि, 5 मई के इस वीडियो को देख ऐसा कहीं से नहीं लग रहा है कि कोई भी कोविड प्रोटोकॉल का पालन कर रहा है या प्रशासन भी कोर्ट के आदेश को सख्ती से लागू करवाने का प्रयास कर रहा है।
ईद से दस दिन पहले अफजलगंज, मदीना, चार मीनार, नामपल्ली में लगातार कोविड प्रोटोकॉल्स की धज्जियाँ उड़ रही हैं। ये सब उस समय है जब पुलिस को सख्त नियम लागू करके सभाओं को रोकने के निर्देश दिए गए हैं।
कोविड का खतरनाक वैरिएंट मिलने के बावजूद हैदराबाद में इकट्ठा होकर पढ़ी गई नमाज
कोरोना की दूसरी लहर ने देश में हाहाकार मचाया हुआ है। हर रोज 3 से 4 लाख केस देश में नए आ रहे हैं। इतना ही नहीं कोरोना के नए वैरिएंट NK440 ने भी आंध्र प्रदेश, तेलंगाना समेत दक्षिण भारत के राज्यों की टेंशन बढ़ाई है, जिसे पुराने वैरिएंट से 15 गुना अधिक घातक माना जा रहा है। लेकिन इसके बावजूद हैदराबाद में ईद की शॉपिंग के दौरान कोविड नियमों का उल्लंघन वाकई चिंताजनक है।
तेलंगाना में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 6000 नए केस सामने आए और 52 मौतें भी हुईं। इसके अलावा समाचार एजेंसी एएनआई द्वारा जारी की गई आज की कुछ तस्वीरों में देख सकते हैं कि हैदराबाद में रमजान के आखिरी जुमे के दिन बड़ी तादाद में इकट्ठा होकर नमाज अदा की गई। यहाँ भी कई नमाजियों के चेहरे से मास्क बिलकुल गायब हैं।
https://twitter.com/ANI/status/1390577046871449600?ref_src=twsrc%5Etfwलोगों का इन तस्वीरों को देख कर पूछना है कि क्या वहाँ हालात इतने अच्छे हैं कि इन लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क लगाने की जरूरत तक महसूस नहीं हो रही। एक यूजर का ये भी कहना है कि जब समुदाय के लोग मजहब के नाम पर कोविड नियमों पर उल्लंघन करते हैं, तो प्रशासन चुप होकर सब देखता रहता है?