सोशल मीडिया पर 9 जनवरी 2024 की सुबह से एक वीडियो वायरल हो रहा है। ये वीडियो आजादपुर फ्लाईओवर का है। इसमें दावा किया जा रहा है कि आज़ादपुर फ्लाईओवर पर बनी अवैध मजार को हटा दिया गया है। इस मजार के खिलाफ लोग दो साल से शिकायत कर रहे थे।
एक्स यूजर अजय चौहान ने इस संबंध में एक वीडियो शेयर की है। वो इसमें दिखा रहे हैं कि जो मजार पहले आजादपुर फ्लाईओवर पर हुआ करती थी वो अब वहाँ नहीं हैं। उसे हटा दिया गया है।
बिग ब्रेकिंग
— हम लोग We The People 🇮🇳 (@ajaychauhan41) January 9, 2024
दिल्ली आजादपुर फ्लाईओवर के उपर बनी मजार पर चला बुलडोजर, पीर साहब रुखसत कर दिए गए pic.twitter.com/UpsCKXEmq9
सागर मलिक ने भी ऐसी वीडियो को शेयर करके लिखा है, “काफी लम्बे संघर्ष के बाद साफ हुई आज़ादपुर फ्लाईओवर पर स्थित अवैध मज़ार। धन्यवाद।”
काफी लम्बे संघर्ष के बाद साफ हुई आज़ाद पुर फ्लाई ओवर पर स्थित अवैध मज़ार धन्यवाद @LtGovDelhi https://t.co/9uqVtFp9Fo pic.twitter.com/NjA9mkGbF4
— journalist sagar malik (@sagarmalik1985) January 9, 2024
पत्रकार सागर कुमार ने इस संबंध में लिखा, “जब से माँ झंडेवाला देवी मंदिर का ट्रैफिक का बता कर गेट तोड़ा गया। उसके बाद से हमने सवाल उठाया सड़कों और फ्लाईओवर को घेर का मज़ार जो बनी है उसका क्या..? आज आदर्श नगर फ़्लाईओवर पर बनी मज़ार को हटा दिया गया। सीजनल हिंदुओं को ध्यान से देखना चाहिए। उनको लगता है वो आवाज़ नहीं उठाएँगे तो कोई नहीं उठाएगा।”
सुदर्शन न्यूज़ की खबर का असर।💪🏾
— Sagar Kumar “Sudarshan News” (@KumaarSaagar) January 9, 2024
जब से माँ झंडेवाला देवी मंदिर का ट्रैफिक का बता कर गेट तोड़ा गया।
उसके बाद से हमने सवाल उठाया सड़कों और फ़्लाइओवर को घेर का मज़ार जो बनी है उसका क्या..?
आज आदर्श नगर फ़्लाइओवर पर बनी मज़ार को हटा दिया गया।
सीजनल हिंदुओ को ध्यान से देखना चाहिए।… https://t.co/lGwpeInmlu pic.twitter.com/JNLoPBEUpb
गौरतलब है कि साल 2021 में, ऑपइंडिया ने दिल्ली के आज़ादपुर फ्लाईओवर पर बनी इस अवैध मजार के बारे में बड़े पैमाने पर रिपोर्ट की थी, जिससे बड़े ट्रैफिक जाम लग रहे थे और यात्रियों के लिए असुविधाएँ हो रही थीं।
Well done, sirji! Now, with same enthusiasm please demolish this illegal Mazhar constructed on the flyover of Azadpur. If you can't do that then please don't make such post of taking down Hindu temples and collect applause from samuday vishesh.
— Janmajit Sinha (@JSinha007) January 5, 2024
Thanks but no thanks! https://t.co/i5vGqyX9xc pic.twitter.com/Hvu4YrOLub
2021 में उठा था विवाद
साल 2021 में ये मामला तब उठा था जब ‘O न्यूज’ ने एक वीडियो डाली थी, जिसमें एक हिंदू युवक मजार के प्रबंधक सिकंदर से सवाल कर रहा था। इसी वीडियो में देखा गया था कि पुलिसकर्मियों ने बीच में आकर उस युवक को धमकाना शुरू कर दिया था और सड़क किनारे उसे ऐसे मुद्दे उठाने को मना कर रहे थे। जब इस पर हिंदू युवक ने अपने अधिकार की बात की थी उसे पकड़कर वैन में डाल दिया गया था।
मजार का प्रबंधन देखने वाले सिकंदर ने दावा किया था कि यह मजार 1950 से पहले बनाई गई थी और उनके दादा और पिता भी मजार का मैनेजमेंट देखते थे। सिकंदर ने यह भी कहा था फ्लाईओवर के नीचे पीर बाबा की कब्र के साथ एक मजार है, और जो फ्लाईओवर के ऊपर है उसे बाद में 1982-83 के आसपास बनाया गया था।
जबकि, हकीकत यह है कि जिस फ्लाईओवर पर यह मजार थी वो खोला ही 2009 में गया था। इतना ही नहीं, फ्लाईओवर का निर्माण भी 1982 में शुरू नहीं हुआ था जैसा कि दावा किया गया। इस फ्लाईओवर का निर्माण दिल्ली में 2010 के राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान यातायात की आवाजाही को आसान बनाने के लिए किया गया था।