केरल सोना तस्करी मामले PFI वाला मो. अली गिरफ्तार, प्रोफेसर के हाथ काटने में भी रहा है वो आरोपित

(प्रतीकात्मक तस्वीर)

केरल के सोना तस्करी मामले में राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (एनआईए) ने बड़ा कदम उठाया है। काफी दिनों से चल रहे इस मामले में कुल 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इसके अलावा 6 अलग-अलग स्थानों पर खोजबीन जारी है।

गिरफ्तार किए गए 6 लोगों में एक मोहम्मद अली नाम का व्यक्ति भी है। नाम से आम आरोपितों की तरह यह भी एक आरोपित है। लेकिन थोड़ा सर्च करने पर आप पाएँगे कि यह वही मोहम्मद अली है, जो 2010 में केरल में हाथ काटने के प्रकरण का भी आरोपित रह चुका है।

तब अली पर आरोप लगा था कि उसने प्रोफेसर टीजे जोसेफ का दाहिना हाथ काट डाला था। क्यों? क्योंकि प्रोफेसर ने पैगंबर पर सवाल उठाए थे। हालाँकि साल 2015 में वह इस मामले से बरी हो गया था। इतना ही नहीं मोहम्मद अली पॉपुलर फ्रंट ऑफ़ इंडिया का सदस्य भी है।

सोना तस्करी मामले से संबंधित गिरफ्तारी में तिरुवनंतपुरम स्थित यूएई के वाणिज्य दूतावास में मौजूद राजनयिक भी मददगार साबित हुए। इस मामले में अभी तक एनआईए ने कुल 10 लोगों को गिरफ्तार किया है।

जानकारी के मुताबिक़ एनआईए ने 2 अगस्त के दिन कुल 6 अलग-अलग जगहों पर छापे मारी अभियान चलाया। इसमें एर्नाकुलम में जलाल एएम तथा राबिन्स हमीद के घर और मालापुरम में रमीज़ केटी, मोहम्मद शफी, सईद अलवी और अब्दु पीटी के घर शामिल हैं।

एनआईए के प्रवक्ता ने भी इस मामले पर जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि 30 जुलाई के दिन रमीज़ केटी के अलावा दो आरोपितों को गिरफ्तार किया गया था। इनमें एर्नाकुलम का जलाल एएम और मालापुरम का सईद अल्वी शामिल है। 

इसके अलावा NIA ने बताया कि 31 जुलाई के दिन भी इस मामले में दो आरोपितों को गिरफ्तार किया गया था। जिसमें मालापुरम के मोहम्मद शफी पी और अब्दुल पीटी शामिल हैं। प्रवक्ता ने यह भी बताया कि इसके बाद 1 अगस्त के दिन दो और आरोपितों को गिरफ्तार किया गया था। यह दोनों भी एर्नाकुलम के ही रहने वाले मोहम्मद अली इब्राहिम और मोहम्मद अली शामिल हैं। 

अभी तक की जाँच के दौरान एनआईए को यह पता चला कि यह सभी षड्यंत्र में शामिल थे। यह तिरुवनंतपुरम में रमीज केटी से तस्करी किया गया सोना लेने गए थे। इसके बाद उनकी योजना इस सोने को जलाल एएम की मदद से बाँटने की थी।

एनआईए के प्रवक्ता ने यह भी बताया कि तलाशी के दौरान उन्हें दो हार्ड डिस्क, एक टैबलेट कंप्यूटर, 8 मोबाइल फोन, 6 सिम कार्ड, 1 डिजिटल वीडियो रिकॉर्डर और कुल 5 डीवीडी बरामद हुई। इतनी चीज़ों के अतिरिक्त बैंक पासबुक, क्रेडिट/डेबिट कार्ड, पहचान पत्र समेत कई अहम दस्तावेज़ भी बरामद किए गए। मामले में अभी तक मुख्य आरोपति सरिता पीएस, स्वप्ना सुरेश और संदीप नायर समेत कुल 10 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।     

ख़बरों की मानें तो खाड़ी देशों से केरल में सोना की तस्करी किए जाने के मामले में भले सबकी नज़र आरोपित स्वप्ना सुरेश और संदीप नायर पर है। लेकिन NIA इस मामले में पाँचवे आरोपित रमीज़ को पूरे प्रकरण की अहम कड़ी मान कर चल रहा है। ये मामला डिप्लोमेटिक बैगेज में सोना तस्करी का है। 

इसके पहले एनआईए ने प्रमुख संदिग्ध स्वप्‍ना सुरेश सहित चार लोगों के खिलाफ एक FIR दर्ज की थी। जाँच एजेंसी की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया था कि केरल सोना तस्करी मामले में गैर कानूनी गतिविधि (निवारक) अधिनियम, 1967 की धारा 16, 17 और 18 के तहत चार आरोपितों– पीएस सरित, स्वप्‍ना प्रभा सुरेश, फाजिल फरीद और संदीप नायर के खिलाफ त्रिवेंद्रम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से पाँच जुलाई को कस्टम (प्रीवेंटिव) कमिशनरेट, कोचीन द्वारा 14।82 करोड़ रुपए मूल्य के 24 कैरेट के 30 किलोग्राम सोने की बरामदगी के सिलसिले में एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया