Wednesday, April 24, 2024
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खालिस्तानी अमृतपाल का इंस्टाग्राम अकाउंट भारत में बैन, हथियार से लैस भीड़ ने थाने पर किया था हमला: पंजाब पुलिस बोली – कार्रवाई करते तो खराब हो सकते थे हालात

पिछले दिनों अमृतपाल सिंह के खिलाफ सोशल मीडिया पर वरिंदर सिंह नाम के एक नौजवान ने सिखों को भटकाने का आरोप लगाया था। इस बात से नाराज अमृतपाल सिंह और उसके साथियों ने वरिंदर को अगवा कर उसके साथ मारपीट की थी।

खालिस्तान समर्थक और वारिस पंजाब दे के प्रमुख अमृतपाल सिंह के इंस्टाग्राम अकाउंट को बैन कर दिया गया है। 23 फरवरी, 2023 को अजनाला में अमृतपाल के समर्थकों ने थाने पर हमला कर दिया था। हथियारों से लैश उपद्रवियों ने जमकर बवाल काटा था। पंजाब पुलिस की तरफ से उपद्रवियों के खिलाफ कार्रवाई न करने के लिए सफाई भी दी गई है।

खुलेआम खालिस्तान की बात करने वाले अमृतपाल सिंह के खिलाफ कार्रवाई शुरू हो चुकी है। सबसे पहले अमृतपाल के इंस्टाग्राम अकाउंट को भारत में बैन कर दिया गया है। रिपोर्टों की मानें तो अमृतपाल के नाम से इंस्टाग्राम पर तकरीबन 35 अकाउंट हैं। सरकार ने इनमें से ब्लू टिक (वेरिफाइड) वाले अकाउंट को बंद किया है। अमृतपाल के खिलाफ यह पहली कार्रवाई है।

23 फरवरी को क्या हुआ?

पंजाब में हथियारों से लैश खालिस्तान समर्थकों ने गुरुवार (23 फरवरी, 2023) को अमृतसर स्थित अजनाला थाने पर हमला कर दिया। हजारों की संख्या में जुटे निहंग सिख तलवार और बंदूक आदि हथियारों के साथ थाने की तरफ बढ़े। इस दौरान उन्होंने पुलिस की बैरिकेडिंग तोड़ दी और थाने में दाखिल हो गए। खालिस्तान समर्थक ‘वारिस पंजाब दे’ के चीफ अमृतपाल सिंह के खिलाफ FIR और उसके करीबी लवप्रीत तूफान की गिरफ्तारी का विरोध कर रहे थे।

कार्रवाई न करने पर पुलिस की सफाई

23 फरवरी को खालिस्तान समर्थक भीड़ के उपद्रव के बावजूद पंजाब पुलिस ने कोई ऐक्शन नहीं लिया। इस पर पंजाब पुलिस के महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने पवित्र गुरु ग्रंथ साहिब को एक ढाल के रूप में इस्तेमाल किया था। गौरव यादव ने बताया कि गुरु ग्रंथ साहिब की आड़ लेकर पुलिसकर्मियों पर हमला भी किया गया इस हमले में छह लोग घायल हो गए थे। डीजीपी के अनुसार, यदि पुलिस ने गोलीबारी की होती तो हालात खराब हो सकते थे। हमने संयम के साथ काम लिया।

आपको बता दें कि अमृतपाल ने पंजाब पुलिस को दर्ज एफआईआर रद्द करने के लिए एक घंटे और साथी लवप्रीत को छोड़ने के लिए 24 घंटे की मोहलत दी थी। पंजाब पुलिस ने 1 घंटे के भीतर लवप्रीत के रिहाई की घोषणा कर दी थी। पंजाब पुलिस की तरफ से कहा गया कि लवप्रीत के खिलाफ सबूत नहीं मिले हैं। शुक्रवार (24 फरवरी, 2023) को लवप्रीत अमृतसर सेंट्रल जेल से बाहर आ गया। लवप्रीत के बाहर आने के बाद डीजीपी की सफाई आई।

डीजीपी गौरव यादव ने जानकारी दी कि घटना में देश के पूर्व हॉकी खिलाड़ी जुगराज सिंह सहित छह पुलिस अधिकारी घायल हुए हैं। सभी का इलाज कराया जा रहा है। जुगराज सिंह पर धारदार हथियार से हमला किया गया था। उन्हें 11 टाँके आए हैं।

अमृतपाल, लवप्रीत समेत 30 लोगों पर क्यों दर्ज हुई थी एफआईआर?

पिछले दिनों अमृतपाल सिंह के खिलाफ सोशल मीडिया पर वरिंदर सिंह नाम के एक नौजवान ने सिखों को भटकाने का आरोप लगाया था। इस बात से नाराज अमृतपाल सिंह और उसके साथियों ने वरिंदर को अगवा कर उसके साथ मारपीट की थी। वरिंदर की शिकायत पर पुलिस ने अमृतपाल और लवप्रीत समेत 30 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया। इसी केस में पुलिस ने तूफान सिंह (लवप्रीत) को गिरफ्तार किया था।

गृहमंत्री को दी थी जान से मारने की धमकी

खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह ने कुछ दिन पहले ही गृहमंत्री अमित शाह का हश्र पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी जैसा करने की धमकी दी थी। अमृतपाल 19 फरवरी 2023 को मोगा जिले के बुधसिंह वाला गाँव में पहुँचा हुआ था। पंजाबी सिंगर दीप सिद्धू की बरसी के मौके पर उसने कहा था कि इंदिरा ने भी सिखों को दबाने की कोशिश की थी, क्या हश्र हुआ? अब अमित शाह अपनी इच्छा पूरी करके देख लें।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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