पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला (Sidhu Moosewala) की रविवार (29 मई, 2022) को पंजाब के मानसा जिले में हत्या कर दी गई। उनकी हत्या पर बड़ा खुलासा हुआ है। सिद्धू मूसेवाला के कत्ल में जिस अत्याधुनिक हथियार का इस्तेमाल किया गया था, वह रूस का है। पंजाब के गैंगवार में ‘AN 94 Russian Assault Rifle’ का इस्तेमाल पहली बार हुआ है। यह हथियार कितना घातक है, इसका अंदाजा मूसेवाला की थार गाड़ी की हालत को ही देखकर लगाया जा सकता है।
रूस के अलावा कुछ ही देश हैं, जिनके पास AN-94 असॉल्ट राइफल है। आइए जानते हैं AN-94 राइफल कितनी पॉवरफुल है और इसकी क्या खासियत है।
जानिए AN 94 राइफल के बारे में, जिसका इस्तेमाल करती है रूस की सेना
इस असॉल्ट राइफल का वजन 3.85 किलोग्राम है। स्टॉक यानी बट के साथ इसकी लंबाई 37.1 इंच और बगैर स्टॉक के 28.7 इंच होती है। इसके बैरल (नली) की लंबाई 15.9 इंच है। इसमें 5.45×39 mm की गोलियाँ लगती हैं। (AN-94) असॉल्ट राइफल इतना खतरनाक हथियार है कि बर्स्ट मोड में इससे 1800 गोलियाँ दागी जा सकती हैं। इस असॉल्ट राइफल से फुल ऑटोमैटिक मोड में हर मिनट 600 राउंड गोलियाँ निकलती हैं। इसके अलावा इस असॉल्ट राइफल की फायरिंग रेंज (Firing Range) 700 मीटर है।
AN-94 असॉल्ट राइफल को चीफ डिजाइनर गेनाडी निकोनोव (Gennadiy Nikonov) ने बनाया था। यह AK-74 की तुलना में अत्याधुनिक हथियार था। ये वही डिजाइनर हैं, जिन्होंने निकोनोव मशीन गन (Nikonov Machine Gun) बनाई थी। इस असॉल्ट राइफल (AN-94) का उपयोग रूस के सैन्य बलों में वर्ष 1997 से लगातार हो रहा है। AN-94 असॉल्ट राइफल का पूरा नाम ‘एवतोमैत निकोनोव’ है। चीफ डिजाइनर गेनाडी निकोनोव ने 1980 में इस पर काम शुरू किया था और 1994 में यह बनकर तैयार हुई।
इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसके दो शॉट बर्स्ट ऑप्शन हैं। यानी दो गोलियों के निकलने में समय का अंतर माइक्रोसेकेंड्स में होता है। यह खासियत दुश्मन को हिलने तक का मौका नहीं देती और दुश्मन को एक साथ दो गोलियाँ लगती हैं। गोलियों की रफ़्तार 900 मीटर प्रति सेकेण्ड होती है।
AN 94 से ही हुई पंजाब के गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या
गौरतलब है कि रविवार (29 मई 2022) को पंजाब के मानसा गाँव में गोली चलाई गई थी। इसमें उनकी मौत हो गई है। ये घटना ठीक पंजाब में ठीक उस समय हुई है जब भगवंत सरकार के कहने पर पंजाब पुलिस ने पंजाब के 424 लोगों को दी गई सुरक्षा को हटाया था। इसमें एक सिद्धू मूसेवाला भी थे। घटना संबंधी एक वीडियो सामने आई है। इसमें मूसेवाला खून से लथपथ गाड़ी में बैठे हैं।
उल्लेखनीय है कि सिद्धू मूसे वाला इन पंजाब चुनावों में कॉन्ग्रेस की टिकट पर मानसा से चुनाव लड़े थे और AAP के उम्मीदवार से हार का मुँह देखा था। इसके बाद वह पिछले माह अपने नए गाने ‘बलि का बकरा’ में आप समर्थकों को निशाना बनाकर भी विवाद में आए थे। इस गाने में उन्होंने आम आदमी पार्टी के समर्थकों को गद्दार कहा था। इसके अलावा पिछले साल वह एके-47 के साथ दिखे थे, तब भी उनके विरुद्ध एफआईआर हुई थी। मूसेवाला को लोग खालिस्तानी प्रशंसक के तौर पर भी जानते थे।