मध्य प्रदेश में एक कॉन्ग्रेस नेता ने अपने बेटों और अन्य साथियों के साथ मिलकर 24 वर्षीय रुपेश बिरला की हत्या कर दी। कॉन्ग्रेस नेता की पहचान 50 साल के आशिक पटेल के तौर पर हुई है। करीब छह महीने पहले ही पटेल को असंगठित कामगार और कर्मचारी कॉन्ग्रेस की मध्य प्रदेश इकाई का उपाध्यक्ष बनाया गया था।
घटना मध्य प्रदेश के धार जिले के पीथमपुर का है। बताया जाता है कि आशिक पटेल एक 22 साल की लड़की के पीछे पड़ा था। ने उसका प्रपोजल ठुकरा दिया था। मृतक रुपेश इसी लड़की का प्रेमी था। हत्या के बाद पटेल ने रुपेश की लाश अपने खेत में गाड़ दी थी। पुलिस ने इस मामले में पटेल सहित अब तक 6 लोगों को गिरफ्तार किया है। पटेल के बेटे असलम और अजरुद्दीन फरार हैं। उसके मकान पर प्रशासन ने बुलडोजर भी चलाया है।
12 अक्टूबर 2022 को रुपेश की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज उसके परिजनों ने दर्ज करवाई थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक आशिक पटेल अपने यहाँ एकाउंटेंट का काम करने वाली एक 22 वर्षीय युवती से एकतरफा प्रेम करता था। इसके चलते वो आए दिन लड़की को परेशान करने लगा। लड़की के मुताबिक उसने आशिक पटेल की छेड़छाड़ का विरोध किया और उसे बताया कि वह रुपेश से प्रेम करती है। रुपेश पीथमपुर के ही बजाज फाइनेंस कम्पनी में काम करता था।
आरोप है कि जब आशिक पटेल को अपनी कर्मचारी के रुपेश से रिश्तों की जानकारी हुई तो वह बहुत नाराज हुआ। उसने लड़की को रुपेश और उसके परिवार वालों को खत्म करने की धमकी दी। इसके बाद अचानक एक दिन रुपेश गायब हो गया। उसके परिजनों ने रिपोर्ट दर्ज कराते हुए आशिक पटेल पर शक जताया।
इसके बाद पुलिस ने आशिक को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की तो वह टूट गया। उसने पुलिस को बताया कि उसने अपने 5 साथियों के साथ मिलकर पहले रुपेश को अगवा किया। फिर गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। हत्या धन्नड़ इलाके में स्थित पटेल की एक बिल्डिंग के तीसरे फ्लोर पर की गई थी। हत्या के बाद रुपेश की लाश को पटेल ने अपने खेत में गाड़कर उस पर नमक की बोरी रख दी। खुदाई का पता न चले इसलिए उस जगह को पत्तों से ढक दिया। पटेल का साथ देने के आरोप में पुलिस ने अखिलेश मिश्रा, अंकुश दुबे, सुरेंद्र उर्फ कालू, रवि मंडल और दीपक को भी गिरफ्तार किया है।
धार जिले के एडिशनल SP देवेंद्र पाटीदार के मुताबिक रुपेश की हत्या को कुल 8 लोगों ने मिलकर अंजाम दिया था। हत्या के बाद से अजरुद्दीन और असलम फरार चल रहे हैं।
आशिक पटेल के घर पर चला बुलडोजर
रुपेश की हत्या का खुलासा होने के बाद हिन्दू संगठनों ने प्रदर्शन किया। कठोर कार्रवाई की माँगकी। प्रशासन ने पटेल की अवैध इमारत पर बुलडोजर चला कर उसे ध्वस्त कर दिया है।
डॉ उदित राज ने किया था नियुक्त
आशिक पटेल की कॉन्ग्रेस पार्टी में नियुक्ति पूर्व सांसद डॉ. उदित राज ने लगभग 6 माह पूर्व की थी। आशिक पटेल ने कर्मचारी कॉन्ग्रेस की डिजिटल सदस्यता मेंअच्छी भागीदारी करवाई थी। इसके बाद असंगठित कामगार और कर्मचारी कॉन्ग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. उदित राज ने उसे प्रदेश अध्यक्ष आशुतोष बिसेन की मौजूदगी में प्रदेश उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी थी।