मध्य प्रदेश के इंदौर से धर्मान्तरण के लिए दबाव बनाने का एक मामला सामने आया है। पुलिस को दी गई शिकायत में एक व्यक्ति ने पादरी पर ईसाई न बनने पर डराने का आरोप लगाया है। रविवार (5 मार्च 2023) को दी गई शिकायत में पीड़ित ने पादरी से जान-माल का खतरा बता सुरक्षा की माँग की है। पुलिस ने FIR दर्ज कर आरोपित को हिरासत में ले लिया है। मामले की जाँच की जा रही है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मामला इंदौर के खुड़ैल थानाक्षेत्र का है। यहाँ के एक 21 वर्षीय व्यक्ति ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है। पीड़ित ने शिकायत में मुख्य आरोपित के तौर पर क्रिस नार्मन बेबर्ता का नाम लिया है। पीड़ित के पिता मानसिक तनाव में रहते है। 5 मार्च को क्रिस शिकायतकर्ता के घर आया और हिन्दू देवताओं को कथित तौर पर शक्तिहीन बताया। इसके बाद उसने पीड़ित को पैसे देने का वादा करते हुए ईसाई बनने का लालच दिया।
शिकायत में आगे बताया गया है कि क्रिस नार्मन ने कहा कि अगर वो ईसाई बन जाता है तो उसके पिता का बड़ौदा में अच्छे अस्पताल में इलाज करवाया जाएगा। साथ ही पीड़ित के बच्चों की अच्छी शिक्षा के साथ युवक की नौकरी लगवाने का भी वादा किया गया। क्रिस नार्मन के इस ऑफर को ठुकराते हुए पीड़ित ने खुद को स्वाभिमानी हिन्दू बताया और रोजी-रोटी मेहनत से कमाने का जवाब दिया। आरोप है कि इस जवाब को सुनकर क्रिस नाराज हो गया।
पीड़ित का आरोप है कि क्रिस नार्मन ने उससे कहा, “जब तक तुम हिन्दू धर्म छोड़ कर ईसाई धर्म नहीं अपनाओगे तब तक तुम्हारे पिता मानसिक तनाव में रहेंगे। पूरा परिवार बीमारी से तड़प-तड़प कर मरेगा।” आरोप है कि क्रिस ने आगे कहा कि ईसाई बनने पर ही गॉड पीड़ित की तमाम मुसीबतों को खत्म करेगा। आरोप है कि क्रिस ने पीड़ित को बर्बाद हो जाने की धमकी दी। पीड़ित ने अपनी शिकायत में क्रिस नार्मन द्वारा अपने परिवार के साथ दुर्घटना करा देने की भी आशंका जताई है।
पीड़ित युवक ऑनलाइन बिजनेस कर अपने परिवार का भरण-पोषण करता है। पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर FIR दर्ज कर आरोपित पादरी क्रिस नार्मन को हिरासत में ले लिया है। आरोपित पादरी पर मध्य प्रदेश स्वतंत्रता अधिनियम 2021 की धारा 51 के तहत कार्रवाई की गई है। पकड़े जाने पर पादरी खुद को समाजसेवी बताने लगा। पुलिस इस मामले की जाँच कर रही है।