महाराष्ट्र सब डिविजनल ऑफिस ने सामाजिक कार्यकर्ता तृप्ति देसाई को मंगलवार (दिसंबर 8, 2020) को नोटिस जारी किया है। सब डिविजनल ऑफिस, शिरडी ने कार्यकर्ता तृप्ति देसाई को नोटिस जारी किया और उन्हें 8 दिसंबर से 11 दिसंबर के बीच शिरडी में प्रवेश करने नहीं दिया जाएगा। कार्यालय ने कहा है कि उनके यहाँ आने से कानून और व्यवस्था की समस्या पैदा हो सकती है। यदि वह आदेश का उल्लंघन करती है तो उसे 188 आईपीसी के अनुसार दंडित किया जाएगा।
Maharashtra: Sub Divisional Office, Shirdi issues notice to activist Trupti Desai asking her to not enter Shirdi between Dec 8- 11. The notice states “her arrival here may create law & order problem. If she violates the order she will be punished as per sec 188 IPC.”
— ANI (@ANI) December 8, 2020
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बता दें कि कि शिरडी के साईं बाबा मंदिर के प्रशासनिक अधिकारियों ने वहाँ पर एक नोटिस लगाया है। जिसमें भक्तों से मंदिर में छोटे कपड़े नहीं पहनकर आने की अपील की गई। मंदिर प्रशासन के मुताबिक जो भक्त दर्शन करना चाहते हैं वो भारतीय परिधान में ही आएँ। अभी तक मंदिर में किसी तरह का ड्रेस कोड नहीं था। श्रद्धालु अपनी मर्जी के कपड़े पहनकर दर्शन करते थे। सामाजिक कार्यकर्ता तृप्ति देसाई ने इस नोटिस को लेकर मंदिर प्रशासन पर ही सवाल उठा दिए थे।
Earlier, Desai had objected to the posters put in the premises of Shri Saibaba Temple Shirdi requesting the “devotees to wear traditional Indian or civilised attire” in the temple premises
— ANI (@ANI) December 8, 2020
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मंगलवार (दिसंबर 1, 2020) की शाम एक वीडियो संदेश में देसाई ने कहा कि मंदिर न्यास द्वारा श्रद्धालुओं के लिए इस प्रकार के बोर्ड लगाया जाना अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के संवैधानिक अधिकार के खिलाफ है। देसाई ने यह भी कहा कि यदि बोर्ड नहीं हटाए जाएँगे तो वह और अन्य कार्यकर्ता महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में स्थित शिरडी जाकर बोर्ड को हटा देंगे।
देसाई ने कहा था, “मंदिर के पुजारी अर्ध नग्न होते हैं, लेकिन किसी श्रद्धालु ने इस पर आपत्ति नहीं की। बोर्ड को तत्काल हटाया जाना चाहिए वरना हम आकर हटा देंगे। भारत में संविधान ने अपने नागरिकों को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिकार दिया है और इस अधिकार के अनुसार क्या बोलना है और क्या पहनना है यह व्यक्तिगत मामला है।”
गौरतलब है कि तृप्ति देसाई ने सबरीमाला के देवता स्वामी अय्यप्पा को चुनौती देने और उनके मंदिर के नियम भंग कर प्रवेश करने की कोशिश की, हालाँकि एक साल में दूसरी बार उनके मंसूबे नाकाम हो गए। इसके बाद तृप्ति देसाई कोच्चि हवाई अड्डे से अपने गृह नगर पुणे बैरंग लौट गईं। इसके पहले मंगलवार (26 जुलाई, 2019 को) सुबह वे इस घोषणा के साथ कोच्चि पहुँची थीं कि चाहे सुरक्षा मिले या न मिले, वे मंदिर में घुस कर रहेंगी।