‘और गिरफ़्तारी की बात मत करो, वरना सरेंडर करने वाले साथियों को भी छुड़ा लेंगे’: निहंगों की पुलिस को धमकी, दलित लखबीर को बताया ‘दुष्ट’

निहंग सिखों ने सरकार और पुलिस को दी धमकी (फोटो साभार: दैनिक भास्कर)

सोनीपत के सिंघु बॉर्डर पर ‘किसान आंदोलन’ में कई निहंग सिख जत्थेबंदी बैठे हुए हैं। निहंग सिखों ने ही दलित लखबीर सिंह की बेरहमी से हत्या की थी। इस मामले में भगवंत सिंह और गोबिंदप्रीत सिंह के आत्मसमर्पण के बाद निहंगों ने स्पष्ट कर दिया है कि वो अब अपने किसी साथी का सरेंडर नहीं करवाएँगे। साथ ही धमकाया कि उनके और साथियों को पकड़ने की कोशिश की गई तो जिन्हें पकड़ा गया है, उन्हें भी छुड़ा लाएँगे।

‘दैनिक भास्कर’ से बात करते हुए निहंग बाबा राजा राम सिंह ने कहा कि प्रशासन हमसे अब और गिरफ्तारियाँ न माँगे। शनिवार (16 अक्टूबर, 2021) की शाम निहंग जत्थेबंदियों ने सिंह बॉर्डर पर डेरा बना कर बैठक की। बाबा अमनदीप सिंह ने कहा कि बाबा राजा राम सिंह पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी करने वालों को यही सजा मिलेगी और इस मुद्दे पर निहंग जत्थेबंदियाँ कोई समझाैता नहीं करेंगी।

2015 के बाद से पंजाब व अन्य राज्यों में गुरु ग्रन्थ साहिब की बेअदबी की घटनाएँ बढ़ने की बात करते हुए बाबा राजा राम सिंह ने कहा कि हमारे साथियों को मजबूरन सज़ा देनी पड़ी, क्योंकि किसी ने कोई कार्रवाई नहीं की। उन्होंने कहा कि 2015 से अब तक न्याय मिल जाता तो उन्हें कानून हाथ में नहीं लेना पड़ता। उन्होंने दलित लखबीर की हत्या को हालात को देख कर की गई कार्रवाई बताते हुए कहा कि भाजपा किसानों को कुचल दे तो ठीक और हम सज़ा दें तो सवाल, ये नहीं चलेगा।

उन्होंने दलित लखबीर सिंह को ‘दुष्ट’ करार देते हुए कहा कि उसे सही सज़ा दी है, वरना आगे न जाने वो क्या-क्या करता। उन्होंने कहा कि उसे किसी जाति-धर्म से न जोड़ा जाए। निहंग बाबा राम सिंह ने मायावती की बसपा को ‘ब्राह्मणों की पार्टी’ करार दिया। बता दें कि मायावती ने लखबीर की हत्या पर सवाल उठाए थे। निहंगों ने बसपा को ‘भाजपा के चट्टे-बट्टे’ में गिनते हुए कहा कि सतीश चंद्र मिश्रा ही आजकल बसपा हैं और वो ब्राह्मण हैं।

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उधर शिरोमणि पंथ अकाली बुड्ढा दल के जत्थेदार अमान सिंह शुक्रवार को धमकी दी कि अगर कोई बेअदबी करता है तो गुरू की फौजें ऐसा ही करती हैं। अमान सिंह का कहना है कि गुरू की फौजों का यही कर्तव्य है। अमान सिंह ने कहा था कि अगर किसानों का प्रदर्शन चलेगा निहंग उनकी सुरक्षा करेंगे। अगर पुलिस किसानों पर कार्रवाई करेगी तो हम उनकी सुरक्षा करेंगे। उन्होंने पिछले साल वाली बात दोहराते हुए कहा कि हम किसानों और पुलिस के बीच की दीवार हैं।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया