हरियाणा के रेवाड़ी में 16 साल की एक नाबालिग लड़की के गायब होने के कई दिनों बाद उसके माता-पिता ने आरोप लगाया कि उसे एक मुस्लिम लड़का बहला-फुसला कर अपने साथ ले गया। माँ ने कहा था कि मुस्लिम समुदाय से ताल्लुक रखने वाले एक जेसीबी चालक ने उनकी बेटी को फँसाया और 11 अक्टूबर को उसे भगा ले गया।
अब माँ ने खुलासा किया कि पिछले 6 महीने से उनके चचेरे भाई के लिए जेसीबी चलाने वाले मुस्लिम लड़के ने लड़की के परिवार के करीब आने के लिए खुद को हिंदू बताया था। मुस्लिम लड़के ने अपनी पहचान छुपा लिया और खुद को ‘राहुल राठौर’ बताया था। जबकि उसके पिता का नाम आसिफ़ है और वह मूल रूप से हरियाणा के फ़िरोज़पुर झिरका के पास के एक गाँव से है।
माँ ने कहा कि मुस्लिम लड़का उनके चचेरे भाई के लिए जेसीबी चलाते हुए नियमित रूप से उनके घर आने-जाने लगा। इसके बाद वो बिना उनकी जानकारी के चुपचाप नाबालिग लड़की से मिलने लगा और आखिरकार उसे बहला-फुसला कर भगा ले गया।
इसके साथ ही नाबालिग पीड़िता के परिवार ने पुलिस पर भी मामले को ठीक से नहीं देखने पर नाराजगी जताई। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस मामले पर ध्यान नहीं दे रही है। वो उनकी बेटी को वापस लाने की पूरी कोशिश नहीं कर रहे हैं।
पीड़िता की दुखी और परेशान माँ ने कहा, “हम खुद को मार देंगे। जो भी करना होगा, हम करेंगे। सड़कों को ब्लॉक करना हो या पुलिस स्टेशन के सामने प्राण त्यागना, हम सब करेंगे। हर दिन मरने की तुलना में एक बार मरना बेहतर है।”
इस बीच, पुलिस ने जानकारी दी है कि उन्होंने कई टीमों का गठन किया है, जो पीड़िता और आरोपित की तलाश के लिए लगातार छापेमारी कर रही हैं। खौल थाना प्रभारी वीरेंद्र सिंह ने कहा, “हमें 11 अक्टूबर से एक नाबालिग लड़की के लापता होने की सूचना मिली। उनके परिवार के लिए काम करने वाला एक लड़का लड़की के साथ लापता है। हमने एक मामला दर्ज किया है और लड़की को खोजने के लिए कई जगहों पर छापे मारे हैं। एक बार लड़की का पता लगाने के बाद सब कुछ सामने आ जाएगा।”
गौरतलब है कि हरियाणा के रेवाड़ी से यह मामला उस समय सामने आया, जब कुछ दिनों पहले ही तौसीफ नाम के मुस्लिम युवक ने निकिता तोमर नामक हिंदू लड़की को दिनदहाड़े गोली चला कर मार डाला। निकिता की गलती बस यही थी कि उसने धर्म परिवर्तन करने से मना किया था।