Saturday, October 12, 2024
Homeदेश-समाजतकनीकी खराबी बता कर कपिल सिब्बल ने सौंपी सिर्फ 27 मिनट की वीडियो फुटेज,...

तकनीकी खराबी बता कर कपिल सिब्बल ने सौंपी सिर्फ 27 मिनट की वीडियो फुटेज, CBI ने पूछा – हमसे क्यों छिपा रहे? RG Kar पर सुप्रीम कोर्ट का निर्देश – सुनिश्चित करें डॉक्टरों की सुरक्षा

राज्य सरकार ने इस दौरान डॉक्टरों पर आरोप लगाते हुए कहा कि हड़ताल की वजह से 23 मरीजों की मौत हुई है और 6 लाख मरीजों को इलाज से वंचित होना पड़ा है।

सुप्रीम कोर्ट में सोमवार (9 सितंबर, 2024) को सुप्रीम कोर्ट में पश्चिम बंगाल स्थित RG Kar मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में हुई महिला डॉक्टर की बलात्कार और हत्या की घटना पर सुनवाई हुई। सर्वोच्च न्यायालय ने इस दौरान प्रदर्शनकारी डॉक्टरों को काम पर वापस लौटने के लिए कहा। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मंगलवार शाम 5 बजे तक अगर वो काम पर लौट जाते हैं तो उनके खिलाफ कोई कार्रवाई न की जाए। पश्चिम बंगाल सरकार के वकील कपिल सिब्बल ने आश्वासन दिया कि ट्रांसफर वगैरह जैसी कोई कार्रवाई इस स्थिति में नहीं की जाएगी।

साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने TMC सरकार को निर्देश दिया कि अस्पतालों में कामकाज के लिए एक सुरक्षित और सुविधाजनक माहौल तैयार किया जाए। निर्देश दिया गया कि डॉक्टरों की सुरक्षा को लेकर कदम उठाए जाएँ, ताकि उनके मन में आत्मविश्वास का संचार हो। अलग ड्यूटी रूम, स्वच्छ शौचालय और CCTV कैमरे लगाने का निर्देश देते हुए सुप्रीम कोर्ट ने पुलिस से भी सुरक्षा की व्यवस्था करने को कहा। इस दौरान मुख्य सचिव ने बताया कि RG Kar सहित अन्य सरकारी अस्पतालों में सुविधाएँ दिए जाने के लिए फंड्स जारी कर दिए गए हैं।

राज्य सरकार ने इस दौरान डॉक्टरों पर आरोप लगाते हुए कहा कि हड़ताल की वजह से 23 मरीजों की मौत हुई है और 6 लाख मरीजों को इलाज से वंचित होना पड़ा है। राज्य सरकार की दलील थी कि इस हड़ताल की वजह से राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है। वरिष्ठ अधिवक्ता गीता लूथरा ने कहा कि जूनियर डॉक्टरों को धमकियाँ मिल रही हैं। सुप्रीम कोर्ट ने डॉक्टरों से कहा कि वो काम पर लौटें, हर जिले के डीएम-एसपी उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे।

मुख्य न्यायाधीश DY चंद्रचूड़ ने कहा कि विरोध ड्यूटी की कीमत पर नहीं होनी चाहिए। सुप्रीम कोर्ट बलात्कार-हत्या के मामले का स्वतः संज्ञान लेने के बाद सुनवाई कर रही है। कपिल सिब्बल का कहना है कि CCTV फुटेज में कुछ खराबी थी, इस कारण मात्र 27 मिनट का क्लिप ही सुप्रीम कोर्ट को दिया गया। इस दौरान CBI के वकील ने कहा कि उनसे फुटेज क्यों छिपाई जा रही है? कपिल सिब्बल ने सील किए गए लिफाफे में इसे सुप्रीम कोर्ट के समक्ष पेश किया, इस पर CBI भड़क गई।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

कहीं तोड़ी माँ की मूर्ति, कहीं पंडाल में फेंके पेट्रोल बम: भारत से बांग्लादेश तक दुर्गा पूजा में इस्लामी कट्टरपंथियों ने हिंदू आस्था पर...

बांग्लादेश में दुर्गा पूजा के दौरान बमबाजी और मूर्तियों के विखंडन जैसी 35 सांप्रदायिक घटनाएँ हुईं, जिससे हिंदू अल्पसंख्यक समुदाय में भय का माहौल बन गया है।

‘मदरसों को न दें सरकारी पैसा, मदरसा बोर्ड भंग करें’ : NCPCR चेयरमैन ने लिखा सभी राज्य के सचिवों को पत्र, कहा- यहाँ नहीं...

प्रियांक कानूनगो ने सिफारिश की है कि प्रदेश सरकारों द्वारा मदरसों को दिए जाने वाले फंड रोक लगे मदरसा बोर्डों को भी बंद किया जाए।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -