जम्मू कश्मीर के पुलवामा में आतंकियों ने एक पुलिस सब इंस्पेक्टर की हत्या कर दी है। बलिदान हुए पुलिसकर्मी का नाम फारूक अहमद मीर है। उनका गोलियों से छलनी शव पम्पोर इलाके के एक खेत में मिला है। सुरक्षा बलों ने पूरे इलाके को घेर कर तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। घटना शुक्रवार (17 जून 2022) की है।
Dead body of Farooq Ah Mir of Samboora Si(M) posted in IRP 23 BN was found in paddy fields near his home. Preliminary #investigation reveals that he had left his home for work in his paddy fields yesterday in the evening, where he was shot dead by #terrorists using a pistol.
— Kashmir Zone Police (@KashmirPolice) June 18, 2022
18 जून को कश्मीर पुलिस के मुताबिक सब इंस्पेक्टर फारूक अहमद मीर मूल रूप से सम्बूरा के रहने वाले थे। जम्मू-कश्मीर पुलिस की IPR 23 बटालियन में तैनात थे। आरम्भिक जाँच में निकल कर सामने आया है कि वो शुक्रवार को अपने खेतों की तरफ गए थे जहाँ आतंकियों ने उनकी हत्या कर दी। हत्या के लिए पिस्टल का प्रयोग किया गया है।
सब इंस्पेक्टर फारूक की हत्या की खबर सुन कर उनके परिवार में कोहराम मच गया। बाद में उनके पर्थिव शव को राजकीय सम्मान के साथ तिरंगे के ताबूत में रख कर ले जाय गया।
कश्मीर के #Pulwama में बलिदान हुए @KashmirPolice के सब इंस्पेक्टर #FarooqAhmad का करहता परिवार.
— Rahul Pandey (Journalist) (@STVRahul) June 18, 2022
धोखे से खेतों पर जाते हुए मारा आतंकियों ने.
कभी सोचता हूं कि किस विचारधारा में देशभक्ति “हराम” है?
और “देशभक्ति” हराम है तो उनके हिसाब से “जायज” क्या है ?@BJP4JnK @JmuKmrPolice pic.twitter.com/9E1TSTKBQu
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जाँच के दौरान पुलिस ने मौके से 2 कारतूस बरामद किया है। मृतक दारोगा की उम्र लगभग 50 वर्ष थी। उनके परिवार में उनके पिता अब गनी मीर के अलावा पत्नी, 2 बेटियाँ और 1 बेटा शामिल है। हत्या के लिए उनके दिल के पास गोली मारी गई बताया जा रहा है। अंदाजा इस बात का भी लगाया जा रहा है कि अपने धान के खेतों की तरफ जा रहे फारूक का पहले अपहरण हुआ। बाद में किसी सुनसान स्थान पर ले जा कर उनकी हत्या की गई। आतंकी किस समूह या संगठन से जुड़े थे यह जानकारी अभी तक नहीं मिल पाई है।