उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में बाबर नाम के एक मुस्लिम व्यक्ति को पीट-पीट कर मार डाला गया। बाबर की गलती ये थी कि वह भाजपा की जीत की खुशी में मिठाई बाँट रहे थे। उनकी ये खुशी उन्हीं के समुदाय के लोगों से देखी नहीं गई और 20 मार्च को उन्हें इतना पीटा कि इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। हाल में उनका जब शव अपने गाँव पहुँचा, तो क्षेत्र के विधायक पीएन पाठक उन्हें कंधा देने घर गए। साथ ही आरोपितों के विरुद्ध कार्रवाई कराने के निर्देश दिए।
विधानसभा कुशीनगर के कटघरही में भाजपा कार्यकर्ता बाबर अली जी का अपराधियों द्वारा पीट-पीट कर हत्या कर दिया गया इस मामले में कुशीनगर विधायक माननीय श्री @PNPathakBJP जी ने अधिकारियों से कड़ी कार्यवाही करने तथा परिवार को आवश्यक सहायता उपलब्ध कराने का निर्देश दिये। pic.twitter.com/LWCK5yBV0c
— भाजपा विधानसभा कुशीनगर (@BjpVsKushinagar) March 27, 2022
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बाबर के परिजनों ने बताया कि उनके पड़ोस में रहने वाले पट्टीदार उनसे इस बात पर नाराज थे कि आखिर वो भाजपा का प्रचार क्यों कर रहे हैं। कई बार इन लोगों ने बाबर को भाजपा का प्रचार करने से मना किया था और धमकियाँ भी दी थीं। जिसके कारण बाबर ने रामकोला थाने से लेकर कई अधिकारियों तक के पास सुरक्षा की माँग की, मगर तब उनकी बात गंभीरता से नहीं ली गई। 20 मार्च को उन्हीं पट्टीदारों ने बाबर को पीट-पीटकर अधमरा कर दिया। बाद में उन्हें छत से नीचे फेंक दिया।
बाबर की बीवी ने इस बाबत थाने में शिकायत दी जिसके आधार पर पट्टीदारों पर केस दर्ज हुआ। अब कसया एसडीएम ने बताया है कि वे मामले की जाँच कर रहे हैं और आरोपितों की गिरफ्तारी की जाएगी। इलाके के भाजपा एमएलए पीएन पाठक भी बाबर का शव घर आने के बाद उन्हें कंधा देने मौके पर पहुँचे और आरोपितों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए।
श्रीराम का नारा सुन भड़के बाबर के परिजन
गौरतलब है कि बाबर के परिजनों के मुताबिक विधानसभा चुनाव में बाबर भाजपा के समर्थन में प्रचार कर रहे थे। उन्होंने 10 मार्च को नतीजे घोषित होने के बाद मिठाई भी बाँटी थी। मुस्लिम होने के बाद भी बीजेपी को समर्थन देना उनके पट्टीदारों को नागवार गुजरा और मौका देख उन्होंने बाबर के साथ निर्मम ढंग से मारपीट की। बताया जा रहा है कि 20 मार्च को जब उन पर हमला हुआ तब उन्होंने जय श्रीराम का नारा लगा दिया था। इसी को सुनकर उनके आसपास रहने वाले परिजन बिदक गए और अजीमुल्लाह, आरिफ, ताहिद, परवेज ने साथियों के साथ मिलकर उनपर हमला किया। जब जान बचाने के लिए बाबर छत पर भागे तो ये लोग वहाँ भी पहुँच गए और बुरी तरह पीटने के बाद उन्हें छत से फेंक दिया।