हादसों को रोकने का प्रयास: यूपी में प्रवासियों को ले जाने वाले वाहन काफिले में चलेंगे, सख्त नियमों के पालन के निर्देश

(प्रतीकात्मक तस्वीर)

उत्तर प्रदेश में प्रवासी मजदूरों की सुरक्षा को लेकर एक अहम कदम उठाया गया है। अब फँसे हुए प्रवासियों को ले जाने वाले वाहन और माल ढोने वाले वाहन रात में एक साथ काफिले में चलेंगे

दरअसल, यह फैसला राज्य के औरैया सड़क हादसे में 24 प्रवासी मजदूरों की मौत के बाद उनकी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। रविवार (मई 17, 2020) को प्रयागराज क्षेत्र के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने यह निर्णय लिया।

जानकारी के मुताबिक काफिले में जाने का फैसला इसलिए किया गया है ताकि वाहनों की गति नियंत्रित रहे। इससे दुर्घटना होने का खतरा कम होगा और यात्रा सुरक्षित रहेगी।

इसके साथ ही यह भी कहा गया है कि सिर्फ खाली वाहनों में ही प्रवासी श्रमिक जाएँगे और ये सुनिश्चित करना पुलिस का काम होगा। काफिले में एक साथ 10 से 12 वाहनों को जाने की अनुमति दी गई है। काफिले में चलने वाले सभी वाहनों को गति की सीमाओं का सख्ती से पालन करना होगा।

माल वाहक के ड्राइवरों को 40 किमी / घंटे की गति से ड्राइव करने के लिए कहा गया है। साथ ही उन्हें दो वाहनों के बीच उचित दूरी बनाए रखने के लिए भी कहा गया है।

इसके अलावा वरिष्ठ पुलिस अधिकारी की तरफ से कहा गया है कि प्रवासी को न तो पैदल जाने की अनुमति होगी और न ही साइकिल या फिर अन्य किसी दुपहिया वाहन से घर जाने की अनुमति होगी। उत्तर प्रदेश पुलिस अधिकारी ने यह कदम प्रवासियों की सुरक्षा को देखते हुए उठाया है।

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के औरैया में शनिवार (मई 16, 2020) तड़के हुए एक भीषण सड़क हादसे में 24 मजदूरों की मौत हो गई। हादसे के शिकार मजदूर लॉकडाउन के बीच एक ट्रक पर सवार होकर घर लौट रहे थे। औरैया के पास उनकी ट्रक की टक्कर एक अन्य ट्रक से हो गई।

दर्दनाक सड़क हादसे के बाद योगी सरकार ने लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर सख्त रुख अख्तियार करते हुए फतेहपुर सीकरी (आगरा) और कोसी कलान (मथुरा) के SHO को निलंबित कर दिया। 

साथ ही सीएम योगी ने हादसे में जान गँवाने वाले मजदूरों के परिजनों को दो-दो लाख रुपए और घायलों को 50 हजार रुपए की मुआवजा राशि देने का भी ऐलान किया।

औरैया में हुए दर्दनाक हादसे के संबंध में कानपुर पुलिस ने रविवार (मार्च 17, 2020) को एक नया खुलासा किया है। पुलिस का कहना है कि हादसे में बचे प्रवासी मजदूरों ने पूछताछ में बताया कि राजस्थान पुलिस ने ही उन्हें जबरन चूने से लदे ट्रक में बैठाया था, जो यूपी के ओरैया जिले में दुर्घटना का शिकार हो गया। 

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया