देश के 60% कोरोना संक्रमित सिर्फ महाराष्ट्र में, मजदूरों का पलायन फिर शुरू: उद्धव सरकार ने की लॉकडाउन की घोषणा

महाराष्ट्र में लॉकडाउन की घोषणा, पलायन चालू (फोटो साभार: FPJ)

महाराष्ट्र में कोरोना की रफ़्तार नियंत्रण से बाहर जाने के कारण एक बार फिर से लॉकडाउन लगाने की घोषणा हुई है। यहाँ तक कि नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फड़नवीस ने भी इस पर उद्धव ठाकरे सरकार का समर्थन करते हुए गरीबों के लिए आर्थिक पैकेज की माँग की है। वहीं इसके साथ ही मजदूरों का पलायन भी फिर से शुरू हो गया है। प्रवासी मजदूरों को डर है कि फिर से लॉकडाउन लगने के कारण वो वहाँ फँस जाएँगे।

कोरोना की पहली लहर ख़त्म होने के बाद ये सभी मजदूर वापस कमाने के लिए बड़े शहरों की तरफ निकल गए थे, लेकिन अब वो फिर से पलायन करने लगे हैं। मुंबई में 30 लाख प्रवासी कामगार रहते हैं। शहर में रविवार (अप्रैल 4, 2021) की रात से नाइट कर्फ्यू लगा दिया गया है। फरवरी से अब तक कोरोना मरीजों की संख्या 400% बढ़ी है। इस सप्ताह के अंत तक सरकार राज्य में और सख्ती बढ़ा सकती है।

पूरे भारत में प्रवासियों की संख्या 10 करोड़ से भी अधिक बताई जाती है, जो दूसरे राज्यों में जाकर काम करते हैं और अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं। पिछले साल इनके घर लौटने के लिए सरकार ने स्पेशल ट्रेनों की व्यवस्था की थी। सभी को मुफ्त ट्रांसपोर्ट मुहैया कराए गए थे। सड़क पर लगने वाले स्टॉल, कल-कारखाने और निर्माण कार्य रुक गए थे। यूपी के कुछ शहरों में अगले कुछ दिनों तक ट्रेनों की बुकिंग भी फुल हो चुकी है।

अब बिहार, पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश के लिए ट्रेन पकड़ने के लिए रेलवे स्‍टेशनों पर लोगों की काफी भीड़ देखी जा रही है। मजदूरों में यूपी-बिहार के ही सबसे ज्यादा हैं। कइयों को तो रोजगार देने वालों ने ही जाने को कह दिया है। खासकर रेस्टॉरेंट्स को काम करने वाले लौट रहे हैं। यूपी के मजदूरों का कहना है कि उनके राज्य में स्थिति बेहतर है, इसीलिए वो लौट रहे हैं। कंस्ट्रक्शन कार्य में लगे मजदूर भी लौट रहे हैं।

महाराष्ट्र में कोरोना की स्थिति भयावह होती जा रही है। पूरे भारत में सक्रिय कोरोना मामलों की संख्या 7.38 लाख पहुँच गई है, जिसमें से 4.3 लाख अकेले महाराष्ट्र से हैं। देश में कुल सक्रिय मामलों के 58.27% महाराष्ट्र में ही हैं। पिछले 1 दिन में देश में 1 लाख से भी अधिक नए कोरोना मरीज सामने आए, जिनमें से 11,000 अकेले मुंबई के थे। अब तक कुल मरने वालों में से भी 33% अकेले महाराष्ट्र से हैं।

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देश में कोरोना ने अब तक 1,65,138 लोगों की जान ली है, जिसमें से 55,878 मरीजों की मौत अकेले महाराष्ट्र में हुई। महाराष्ट्र में कोरोना से जितने लोग मरे हैं, उसका एक चौथाई भी किसी अन्य राज्य में नहीं मरे। देश में पिछले 1 दिन में 1.03 लाख नए मामले सामने आए, जिसमें से 57,000 अकेले महाराष्ट्र से आए। इसमें से 12,472 पुणे से हैं। ठाणे, नागपुर और नासिक की स्थिति भी खराब होती जा रही है।

महाराष्ट्र में शुक्रवार से वीकेंड लॉकडाउन का ऐलान भी किया गया है। मॉल्स, रेस्टॉरेंट्स और यात्राओं को लेकर नए दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। उद्धव ठाकरे ने कैबिनेट बैठक में ये फैसला लिया। रात 8 बजे से सुबह 7 बजे तक कर्फ्यू अब भी जारी है। इस वीकेंड पर बाहर निकलने पर भी पाबंदी होगी। पार्क, प्लेग्राउंड और सिनेमा हॉल बंद रहेंगे। सरकारी दफ्तरों में 50% ऑक्युपेंसी रहेगी और प्राइवेट कंपनियों को ‘वर्क फ्रॉम होम’ के लिए कर्मचारियों को सुविधाएँ मुहैया कराने को कहा गया है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया