Wednesday, January 22, 2025

महाराष्ट्र में 10वीं पास ‘डॉक्टर’ बन 3 साल से चला रहा था क्लीनिक, ₹500 लेता था फीस: डायबिटीज से लेकर हड्डियों की बीमारियों तक का करता था इलाज

महाराष्ट्र के पंढरपुर (सोलापुर) में एक 10वीं पास व्यक्ति द्वारा चलाए जा रहे फर्जी क्लिनिक का भंडाफोड़ हुआ है। दत्तात्रेय सदाशिव पवार नाम के इस फर्जी डॉक्टर पर आरोप है कि वह तीन साल से मरीजों का इलाज कर रहा था। वह हर दिन 70-80 मरीजों को देखता था और हरेक से 500 रुपये फीस लेता था।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, पवार ने खुद कबूल किया कि उसने सिर्फ 10वीं तक पढ़ाई की है और सातारा में मात्र चार दिनों की ट्रेनिंग ली थी। इसके बाद उसने क्लिनिक खोलकर डायबिटीज और हड्डियों की बीमारियों का इलाज शुरू कर दिया।

स्थानीय लोगों को पवार पर शक हुआ और उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को सूचना दी। छापेमारी में सामने आया कि पवार के पास न तो मेडिकल लाइसेंस था और न ही कोई डिग्री। पवार न सिर्फ पंढरपुर बल्कि शेगाँव में भी मरीजों का इलाज करता था। अब प्रशासन ने उसके क्लिनिक को बंद कर सील कर दिया है।