हर साल 8 मार्च ‘इंटरनेशनल विमेंस डे’ के तौर पर मनाया जाता है। उससे पहले गुजरात के कच्छ जिले के मुंद्रा में अडानी फाउंडेशन ने नारी सशक्तिकरण का नया अध्याय लिखने का काम किया है। 5 मार्च 2025 को आयोजित एक कार्यक्रम में फाउंडेशन की तरफ से 1 हजार से अधिक ‘लखपति दीदी’ का सम्मान किया गया।
अडानी फाउंडेशन लंबे समय से कच्छ सहित अन्य जगहों पर महिलाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने के लिए काम कर रहा है। ‘बटरफ्लाई इफेक्ट’ के तहत महिलाओं के जीवन के हर चरण में बदलती जरूरतों को पूरा करने के लिए विशेष योजनाएँ चला रहा है।
इन योजनाओं के जरिए महिलाओं को आर्थिक तौर पर आत्मनिर्भर बनाने पर विशेष जोर दिया जाता है। उनकी शिक्षा, स्वास्थ्य, आजीविका, कौशल विकास को बढ़ावा दिया जा रहा है। फाउंडेशन अब तक देश भर में 20 लाख से अधिक लड़कियों और महिलाओं के जीवन में सकारात्मक बदलाव ला चुका है।
मुंद्रा में आयोजित कार्यक्रम के दौरान अडानी सोलर में कार्यरत 614 से अधिक महिलाओं की सामूहिक क्षमता को भी सराहा। फाउंडेशन ने इन महिलाओं को अडानी सोलर में टेक्निकल एसोसिएट्स, ह्यूमन रिसोर्सेज (एचआर), मैन्युफैक्चरिंग और प्रोडक्शन जैसे डिपार्टमेंट्स से जुड़ी हुई हैं। इनके अलावा भी फाउंडेशन ने 850 से अधिक महिलाओं को उद्यमिता कौशल सिखाकर उन्हें आत्मनिर्भर बनने में मदद की है।