कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में हुई महिला डॉक्टर के साथ दरिंदगी मामले में नया मोड़ आया है। खबर है कि सितंबर 2024 से मृतिका को न्याय दिलाने के लिए केस लड़ रही वरिष्ठ वकील वृंदा गोयल ने केस से अपना नाम वापस ले लिया है।
बताया जा रहा है कि वृंदा गोयल के इस फैसले के पीछे कुछ कारण और परिस्थितियाँ हैं। सूत्रों के हवाले से ये भी कहा जा रहा है कि इस फैसले के पीछे वृंदा की लीगल टीम और पीड़िता के परिवार के बीच तालमेल न बैठना एक वजह है।
Senior advocate Vrinda Grover has withdrawn from representing the family of the victim in the RG Kar rape and murder case, ending her pro bono legal assistance across multiple courts after significant progress in the trial.
— Amit Malviya (@amitmalviya) December 11, 2024
She shouldn’t have involved herself in the matter,… pic.twitter.com/rqyXPjwWB6
इस खबर को सुनने के बाद भाजपा नेता अमित मालवीय ने भी इस पर ट्वीट किया है। उन्होंने बताया कि वृंदा ग्रोवर अभी तक पीड़ित परिवार को जो निशुल्क सहायता दे रही थीं वो खत्म हो हई है। उन्होंने अंदेशा जताया कि ये फैसला वृंदा ग्रोवर और टीएमसी नेतृत्व की निकटता के कारण भी हो सकता है।