Friday, March 7, 2025

मणिपुर में शांति बहाली की राह साफ़, 2 हफ्ते में सरेंडर किए गए 1044 अवैध हथियार और 17779 गोलियाँ: गवर्नर ने 2 हफ्ते की थी डेडलाइन

मणिपुर में हथियार को सरेंडर करने आखिरी तारीख गुरुवार (6 मार्च) की शाम 7 बजे तक 1,044 हथियार और 14,779 गोलियाँ सौंपे गए। राज्यपाल अजय कुमार भल्ला ने मणिपुर के लोगों से 6 मार्च तक अवैध एवं लूटे गए हथियारों को सुरक्षा बलों के समक्ष सरेंडर करने का आदेश दिया था। राज्यपाल ने कहा था कि जो लोग स्वेच्छा से हथियार जमा कर देंगे, उनके खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई नहीं की जाएगी।

सरेंडर किए हथियारों में 767 हथियार इम्फाल ईस्ट, इम्फाल वेस्ट, बिष्णुपुर, थौबल और काकचिंग के मध्य घाटी जिलों में सौंपे गए। 38 हथियार जिरीबाम में और 239 हथियार चुराचाँदपुर, कांगपोकपी और फेरजावल सहित पहाड़ी जिलों से सौंपे गए। 253 हथियारों के साथ सबसे बड़ा आत्मसमर्पण 27 फरवरी को सशस्त्र मैतेई समूह अरम्बाई टेंगोल ने किया था। हालाँकि, इनमें से केवल 106 को ही परिष्कृत हथियार माना गया।

दरअसल, राज्यपाल ने कहा था कि जो लोग इस समय सीमा ने हथियार नहीं जमा करेंगे, उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। हथियार जमा के लिए 20 फरवरी से शुरुआत की गई थी। एक सुरक्षा अधिकारी ने कहा कि सरेंडर किए गए हथियारों में से कितने सुरक्षा बलों के लूटे हुए हथियार हैं, इसे सत्यापित करने में समय लगेगा।

बता दें कि मई 2023 से जारी हिंसा के बीच उग्रवादियों ने कई थानों, चौकियों एवं सरकारी शस्त्रागारों पर हमला करके लगभग 6,000 हथियार लूट लिए थे। सुरक्षा बलों के प्रयास से सितंबर 2024 तक लूटे गए हथियारों में से केवल 1,200 हथियार ही बरामद किए जा सके हैं।