Saturday, July 19, 2025

जिस प्राचीन ‘सीता कूप’ की 1992 के बाद से हो रही थी उपेक्षा, राम मंदिर ट्रस्ट ने उस पवित्र स्थल का कराया सौंदर्यीकरण: अब आम श्रद्धालु ले सकेंगे पवित्र जल

अयोध्या के राम जन्मभूमि परिसर में स्थित प्राचीन सीता कूप को राम मंदिर ट्रस्ट ने नया रूप दिया है। वर्षों तक उपेक्षा के कारण जर्जर हो चुके इस कूप का सौंदर्यीकरण वंशी पहाड़पुर के लाल पत्थरों से किया गया है। अब यह कूप न केवल आकर्षक दिखता है, बल्कि इसका पवित्र जल रामलला के राग-भोग और विशेष धार्मिक आयोजनों के लिए उपयोग होगा। श्रद्धालु भी अब इस जल को अपने साथ ले जा सकेंगे।

सीता कूप अयोध्या में शेषावतार मंदिर के पास स्थित है और इसका धार्मिक महत्व बहुत अधिक है। साल 1992 में बाबरी ढाँचे के विध्वंस और 1993 के अयोध्या एक्ट के बाद बैरिकेडिंग के कारण यह क्षेत्र आम लोगों के लिए बंद हो गया था, जिससे कूप की हालत खराब हो गई थी।

सुप्रीम कोर्ट के राम मंदिर निर्माण के फैसले के बाद ट्रस्ट ने इस कूप को फिर से जीवंत करने का बीड़ा उठाया। स्थानीय लोग और श्रद्धालु इस बदलाव से खुश हैं। यह कदम न केवल धार्मिक महत्व को बढ़ाता है, बल्कि अयोध्या की सांस्कृतिक विरासत को भी संजोता है।