मौनी अमावस्या (बुधवार, 29 जनवरी) की रात को प्रयागराज महाकुंभ के संगम घाट के पास भगदड़ में 30 लोगों की जान चली गई। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, उसी दिन सुबह 5.30 बजे झूँसी में ऐरावत घाट पर भी भगदड़ हुई थी। इस तरह के दावे वाले कई वीडियो और और प्रत्यक्षदर्शी सामने आए हैं। हालाँकि, प्रशासन ने इसकी पुष्टि नहीं की। है। ऐरावत घाट भगदड़ वाली जगह से 2 किलोमीटर की दूरी पर है।
मेले के DIG वैभव कृष्णा से दी लल्लनटॉप के साथी अभिनव और मोहन ने झूंसी में हुई दूसरी भगदड़ पर बात की. उन्होंने कहा, पुलिस के पास ऐसी कोई जानकारी नहीं है. इसकी जांच करवाएंगे उसके आधार पर एक्शन लिया जाएगा. देखिए पुलिस ने पूरे मामले पर क्या कहा?
— The Lallantop (@TheLallantop) January 31, 2025
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महाकुंभ के डीआईजी वैभव कृष्ण से लल्लनटॉप के पत्रकार ने इस घटना के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि पुलिस के पास घटना के बारे में कोई जानकारी नहीं है, क्योंकि किसी ने इसकी रिपोर्ट नहीं की है। वैभव कृष्ण ने आगे कहा कि मीडिया रिपोर्ट्स में कुछ गवाहों के बयान दिखाए जा रहे हैं। इसलिए जाँच की जाएगी।
आज #TheLallantopShow में देखिए-
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– #Mahakumbh में हुई दूसरी भगदड़ का वो सच क्या जो छुपा लिया गया?
– दूसरी #Stampede के सवाल पर DIG ने क्या जवाब मिला?
– क्या मेला प्रशासन इतनी बड़ी घटना के बाद लीपापोती में लगा है?
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इससे पहले मीडिया रिपोर्ट्स में घटनास्थल पर छोड़े गए कपड़े और सामान हटाते हुए दिखाया गया था। झूँसी में लल्लनटॉप को एक परिवार ने कैमरे के सामने बताया कि उनकी दुकान के पास लाशें पड़ी थीं और मदद के लिए कोई नहीं था। उन्होंने दुकान में छोड़े गए कई आधार कार्ड और अन्य सामान भी दिखाए। उन्होंने बताया कि भीड़ में शामिल कुछ उपद्रवी तत्वों ने उनकी दुकान भी लूट ली।