असम के धुबरी जिले में हनुमान मंदिर के परिसर में गाय का कटा सिर फेंके जाने के बाद तनाव लगातार जारी है। यह घटना बकरीद के अगले दिन, शुक्रवार (13 जून 2025) को सामने आई थी। मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने इसे गंभीरता से लेते हुए कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इस घटना के कुछ दिन बाद धुबरी पहुँचे मुख्यमंत्री के सामने एक स्थानीय निवासी ने अवैध भूमि अतिक्रमण का मुद्दा उठाया। सरमा ने इस पर स्पष्ट किया कि वह घुसपैठियों को जमीन कब्जाने नहींदेंगे।
रविवार (15 जून, 2025) को CM सरमा ने एक ट्वीट में कहा, “धुबरी या कहीं और, हम नापाक तत्वों को असली भारतीय नागरिकों की जमीन पर कब्जा नहीं करने देंगे।” उन्होंने आगे बताया कि उन्होंने धुबरी के डिप्टी कमिश्नर को इस मामले की जाँच के निर्देश दिए हैं। सरमा ने पीड़ित व्यक्ति से अपनी बातचीत का वीडियो भी सोशल मीडिया पर साझा किया।
In Dhubri, or elsewhere, we will not allow nefarious elements from encroaching upon the lands of genuine Indian citizens. This is the firm commitment of our Govt.
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) June 15, 2025
Recently a person came to me with this issue. I have asked DC Dhubri to have a look into this matter. pic.twitter.com/qHZiPFZL5S
सीएम सरमा ने हाल ही में राज्य में वैष्णव सत्रों की अतिक्रमित भूमि को वापस लेने की एक बड़ी योजना की घोषणा की है। ये सत्र धार्मिक मठ हैं, जिन्हें महान संत श्रीमंत शंकरदेव और उनके शिष्यों ने स्थापित किया था। सरकार ने इन्हें संरक्षित करने का संकल्प लिया है।