उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में अब्दुल हसन ने अपने अब्बू को इसलिए चाकुओं से गोदकर जान ले ली, क्योंकि अब्बू गाँव की ही एक महिला से उसके प्रेम प्रसंग का विरोध करते थे। जानकारी के मुताबिक, 63 साल के अब्दुल अजीज 21 फरवरी 2025 को अपनी बकरी चराने गाँव के बाहर गए थे, लेकिन वापस नहीं लौटे। परिजनों ने खोजबीन की तो अजीज का शव खारजा नहर के पास खेत में मिला, जिसके सीने पर चाकू के निशान थे। पुलिस ने जाँच शुरू की और मृतक के छोटे बेटे अब्दुल हसन उर्फ अबुल को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस पूछताछ में अबुल ने कबूल किया कि वो गाँव की एक महिला से बात करता था, जिससे अब्बू नाराज रहते थे। ऐसे में अब्बू की टोकाटाकी से तंग आकर उसने हत्या की साजिश रची। उस दिन वो चाकू लेकर अब्बू अजीज के पीछे गया और उनकी जान ले ली। बाराबंकी पुलिस और स्वाट टीम ने डिजिटल डेटा और छानबीन से इस मामले का खुलासा किया। एएसपी अखिलेश नारायण सिंह ने बताया कि अब्दुल हसन को जेल भेज दिया गया है।