Sunday, December 29, 2024

नए साल का जश्न मनाना या मुबारकवाद देना इस्लाम में हराम: बरेली के मौलाना शहाबुद्दीन ने जारी किया फतवा, कहा- ये ईसाइयों का त्योहार

चश्मे दारूल इफ्ता के प्रमुख मुफ्ती और मुस्लिम जमात के अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रिजवी बरेलवी ने नए साल के उत्सव के खिलाफ फतवा जारी किया है। शहाबुद्दीन ने अपने फतवे में कहा है कि नए साल का जश्न मनाना, मुबारकबाद देना और कार्यक्रम आयोजित करना इस्लाम और शरीयत में हराम है। इसे ईसाइयों का त्यौहार बताते हुए उन्होंने मुस्लिमों को इन सबसे दूर रहने को कहा है।

शहाबुद्दीन रिजवी ने कहा कि मुस्लिमों को दूसरों के धार्मिक त्योहारों में शामिल होने से बचना चाहिए और दूसरे मुस्लिमों को भी रोकना चाहिए। उन्होंने कहा, “अगर कोई व्यक्ति इस तरह का गैर शरयी काम करता है तो वो सख्त गुनाहगार होगा। मुस्लिमों को चाहिए कि वे शरीयत के खिलाफ कोई भी काम ना करें।” इसके पहले मौलाना ने क्रिसमस पर भी इसी तरह का फतवा जारी किया था।