भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया के मैच के दौरान गेंदबाज मोहम्मद शमी द्वारा पानी और एनर्जी ड्रिंक पीने पर बरेली के मौलाना शहाबुद्दीन रिजवी ने एतराज जताया है। उन्होंने कहा कि रमजान के महीने में पानी पीना शरीयत के खिलाफ है। रिजवी के इस बयान के चारों तरफ आलोचना हो रही है। वहीं, अलीगढ़ के रहने वाले मोहम्मद शमी के चचेरे भाई मोहम्मद जैद ने इसे कठमुल्लापन कहा है।
#WATCH | Amroha, Uttar Pradesh: Mohammed Zaid, cousin of Indian pacer Mohammed Shami, says, "When a person is on a journey, he can skip his 'Roza' on the condition that he will observe it after Ramzan. The statement made by the Maulana is childish…I think this statement has… https://t.co/mPd1Mgbws6 pic.twitter.com/SGM9MMEgUm
— ANI (@ANI) March 6, 2025
मोहम्मद जैद ने कहा, “जब कोई मुस्लिम यात्रा पर होता है तो वह ‘रोजा’ छोड़ सकता है। इस शर्त पर छोड़ सकता है कि वो रोजा रमज़ान के बाद रखेगा। मौलाना द्वारा दिया गया बयान बचकाना है। मुझे लगता है कि यह बयान सिर्फ़ टीआरपी (फेमस होने) के लिए दिया गया है। ये ऐसे लोग हैं, जिन्हें कोई जानता है। हमारे गाँव में भी नहीं जानते। ऐसे मौलाना को ‘कठमुल्ला’ कहा जा सकता है।”
शमी के गाँव सहसपुर के लोगों का कहना है कि मौलाना को शरीयत व हदीस की सही जानकारी नहीं है। शमी के भतीजे अदनान अहमद ने कहा कि गाँव में कोई भी मौलाना के बयान से इत्तेफाक नहीं रखता है। मोहम्मद शमी के बड़े भाई हसीब ने कहा कि फोन पर शमी से बात होती है। वह ऐसे बयान से सरोकार नहीं रखते हैं। गीतकार जावेद अख्तर ने भी मौलाना को ‘कट्टरपंथी मूर्ख’ कहा है।