पश्चिम बंगाल के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के चुनावी धोखाधड़ी के दावों को खारिज कर दिया है। अधिकारी का कहना है कि मतदाता सूची को अपडेट कानूनी दिशा-निर्देशों के तहत किया गया था। मुख्यमंत्री की आलोचना करते हुए निर्वाचन अधिकारी ने इसको लेकर अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट X (पूर्व में ट्विटर) पर जानकारी शेयर की।
This is done with active participation of Booth Level Agents appointed by political parties.
— CEO West Bengal (@CEOWestBengal) February 28, 2025
Any specific claim or objections are to be made first before the concerned 80,633 BLOs, 3,049 AEROs and 294 EROs in West Bengal. (2/2)@ECISVEEP @SpokespersonECI @PIBKolkata
अपने पोस्ट में निर्वाचन अधिकारी ने जनप्रतिनिधित्व अधिनियम 1950, मतदाता पंजीकरण नियम 1960 और मतदाता सूची दिशा-निर्देश का हवाला देते हुए मतदाता सूची को अपडेट करने की प्रक्रियाओं का विवरण दिया। दरअसल, ममता बनर्जी ने कथित मतदाता सूची अनियमितताओं की जाँच के लिए एक समिति का गठन करने की घोषणा की है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार (27 फरवरी) को भाजपा पर मतदाता सूचियों में हेराफेरी करने का आरोप लगाया। इसके साथ ही उन्होंने बंगाल की स्थिति की तुलना महाराष्ट्र और दिल्ली में कथित चुनावी अनियमितताओं से की। उन्होंने दावा किया कि भाजपा ने अन्य राज्यों में भी इसी तरह की रणनीति अपनाई थी और अब पश्चिम बंगाल में भी इसे दोहराने की कोशिश कर रही है।