वक्फ संशोधन विधेयक के विरोध के नाम पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा को गंभीरता से लिया जा रहा है। बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस शुक्रवार (18 अप्रैल 2025) को पीड़ितों से मिलने के लिए मालदा के वैष्णवनगर स्थित पार लालपुर स्कूल गए और मुर्शिदाबाद हिंसा के पीड़ित शरणार्थियों से बात की। कट्टरपंथी मुस्लिमों के आतंक के कारण हिंदू समुदाय के लोग अपना घर छोड़ने के लिए मजबूर हुए हैं।
#WATCH | West Bengal Governor CV Ananda Bose meets the families affected by the Murshidabad violence at a relief camp in the Malda district pic.twitter.com/J5tr7OahMQ
— ANI (@ANI) April 18, 2025
पीडि़तों से मुलाकात करने के बाद राज्यपाल बोस ने कहा कि बंगाल में हिंसा और भ्रष्टाचार जैसी समस्या है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इन समस्याओं को जड़ खत्म करना होगा। राज्यपाल कहा कि वह स्थिति पर नजर रखते हुए राज्य सरकार और केंद्र सरकार के साथ संपर्क में हैं। उन्होंने कहा कि केंद्रीय बलों की तैनाती के बाद से हिंसा की शिकायतों में काफी कमी आई है।
वहीं, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) की चार सदस्यीय टीम और राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) की तीन सदस्यीय टीम ने भी पलायन करने वाले पीड़ितों से बात की। NCW की अध्यक्ष विजया रहाटकर ने मंदिरपारड़ा और शमशेरगंज में हिंसा के दौरान कई महिलाओं से छेड़छाड़ के संबंध में बात की। ये महिलाएँ बेहद डरी हुई हैं। टीम ने हरगोविंद दास और चंदन दास के परिजनों से भी मुलाकात की।