स्वतंत्रता सेनानी बिरसा मुंडा के परपोते मंगल सिंह मुंडा को राँची में 10 घंटे तक इलाज नहीं मिला। वह राँची RIMS अस्पताल के बाहर एम्बुलेंस में पड़े रहे। जब केन्द्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा के दखल से उन्हें भर्ती भी करवाया गया तो उनके परिजनों से ₹15 हजार की दवा बाहर से मँगवा ली गई। मंगल मुंडा का गुरुवार (28 नवम्बर, 2024) रात को निधन हो गया।
मंगल मुंडा सोमवार को एक सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इसके बाद उन्हें राँची के RIMS ले जाया गया। उन्हें मंगलवार सुबह तक भर्ती नहीं किया गया। इससे उनकी हालत और बिगड़ी। इलाज के दौरान भी अस्पताल प्रशासन ने परिजनों को परेशान किया।
इसके बाद जब सीएम हेमंत सोरेन उनसे मिलने पहुँचे तो डॉक्टरों ने लीपापोती का प्रयास किया। उनके परिजनों ने अस्पताल के रवैये पर प्रश्न उठाए हैं। वहीं झारखंड भाजपा के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने उनके निधन पर दुख जताया है और इसे ‘व्यवस्था द्वारा हत्या’ करार दिया है।