Saturday, December 28, 2024

ब्रिटेन ने 2 भारतवंशी से छीना सम्मान: एक ने बांग्लादेश में हिंदू विरोधी हिंसा का किया था विरोध, दूसरे के खिलाफ खालिस्तानियों ने की थी शिकायत

भारतीय मूल के दो ब्रिटिश नागरिकों को उनकी उपलब्धियों के लिए दिए गए सम्मान को ब्रिटेन के किंग ने छिन लिया है। जिन लोगों से उनकी उपाधि छिनी गई है, वे हैं- करोड़पति टोरी पीयर रामी रेंजर और हिंदू काउंसिल यूके के मैनेजिंग ट्रस्टी अनिल भनोट। रेंजर को CBE (कमांडर ऑफ दि ऑर्डर ऑफ दि ब्रिटिश एम्पायर) और भनोट को OBE (ऑफिसर ऑफ दि ऑर्डर ऑफ दि ब्रिटिश एम्पायर) की उपाधि मिली थी।

शुक्रवार (6 दिसंबर 2024) को ‘लंदन गजट’ में की गई घोषणा की गई। इसमें कहा गया है कि इन लोगों से कहा जाएगा कि वे अपना प्रतीक चिह्न बकिंघम पैलेस को वापस कर दें। दरअसल, यह सब कुछ इन दोनों पर इस्लामोफोबिया को लेकर लगाए लगाए आरोप को लेकर है। भनोट ने कहा कि साल 2021 में बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा को लेकर उनके द्वारा किए गए ट्विट को लेकर शिकायत की गई थी।

भनोट ने कहा, “उस समय हमारे मंदिरों को नष्ट किया जा रहा था और हिंदुओं को मारा जा रहा था। बीबीसी इसे कवर नहीं कर रहा था और मुझे उन गरीब लोगों के लिए सहानुभूति महसूस हुई। इसके मैंने ट्वीट किया। इसमें कुछ भी गलत नहीं है।” वहीं, साल 2016 में ब्रिटिश व्यापार और सामुदायिक सेवा के लिए CBE से सम्मानित रेंजर ने कहा, “मेरे लिए अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता महत्पवपूर्ण है।”

दरअसल, उपाधि/सम्मान जब्त करने वाली समिति से इन दोनों की शिकायत की गई थी। भनोट की शिकायत किसने की, पता नहीं, लेकिन रेंजर का कहना है कि उनके खिलाफ दायर कई शिकायतों में एक शिकायत भारत में प्रतिबंधित अलगाववादी संगठन ‘सिख फॉर जस्टिस’ की एक शिकायत भी शामिल है।