देर रात हुई इस ध्वस्तीकरण कार्रवाई में नगर निगम, लोक निर्माण विभाग और जिला प्रशासन की संयुक्त टीम शामिल थी। सुरक्षा कारणों से भारी पुलिस बल भी तैनात किया गया था ताकि किसी प्रकार का विरोध या प्रदर्शन न हो सके।
मीडिया में बताया जा रहा है कि जब प्रशासन का बुलडोजर मजार पर चला तो उसके बाद मलबा हटाकर भी जाँच हुई, लेकिन वहाँ कोई भी अवशेष बरामद नहीं हुआ।
बता दें कि उत्तराखंड में अतिक्रमण हटाने के लिए सरकार लगातार एक्शन ले रही है। इस क्रम में अब तक कई जगह कार्रवाई हुई है। मदरसों और मजारो की बात करें तो सरकार के व्यापक अभियान के तहत 500 से अधिक अवैध मजार और मदरसे हटाए गए हैं।