भारत में इमरजेंसी की घोषणा हुए 50 साल पूरे हो गए हैं। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार (25 जून 2025) को बैठक आयोजित की। बैठक में देश में लगी इमरजेंसी को ‘लोकतंत्र की हत्या’ करार दिया गया। बैठक में इमरजेंसी लगे 50 साल समाप्त होने को लेकर प्रस्ताव भी पारित किया गया।
कैबिनट बैठक की अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की। बैठक में इमरजेंसी के दौरान बलिदानी लोगों के लिए दो मिनट का मौन भी धारण किया गया। बैठक में केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने प्रस्ताव पढ़ते हुए कहा, 1974 में नव निर्माण आंदोलन और संपूर्ण क्रांति अभियान को कुचला गया।
बैठक में यह भी दावा किया गया कि इमरजेंसी में मानवीय स्वतंत्रता और गरिमा को भी खत्म किया गया था। इसके अलावा इमरजेंसी का विरोध करने वालों को लोकतंत्र सेनानी कहा गया। साथ ही इन सेनानी से युवाओं को भी सीख लेने की अपील की।