दरअसल, मामला साल 2022 का है। जब राजपरिवार की एक महिला ने दत्तक उत्तराधिकारी 30 साल के राजा धर्मेंद्र सिंह के खिलाफ अप्राकृतिक अनाचार करने जैसे गंभीर आरोप लगाए थे। सक्ती थाने में रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पुलिस ने आरोपित को पकड़कर फास्ट ट्रैक स्पेशल कोर्ट में पेश किया था। राजा बीजेपी नेता और पंचायत सदस्य भी हैं।
गौरतलब है कि सक्ती राज परिवार के राजा सुरेंद्र बहादुर ने अपने बावर्ची के बेटे धर्मेंद्र सिंह को उत्तराधिकारी बनाया था। साल 2021 में धर्मेंद का राज्यभिषेक हुआ था। लेकिन राजा सुरेंद्र की पत्नी गीता राणा सिंह ने सार्वजनिक रूप से कुँवर धर्मेद्र को बेटा मानने से इनकार कर दिया।