‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने अपने मिशन में अपने राफेल लड़ाकू विमानों से SCALP क्रूज मिसाइलें तैनात कीं। इन मिसाइलों ने बहावलपुर, मुरीदके, मुजफ्फराबाद और कोटली में आतंकवादी ठिकानों को धवस्त कर दिया। इस दौरान एक भी मिसाइल को रोका नहीं जा सका।
पाकिस्तानी एयरस्पेस में हवाई खतरों से बचने के लिए HQ-9 और LY-80 (HQ-16) का उपयोग किया जाता है। ये असल में चीनी सैन्य प्रणालियाँ हैं जिन्हें इस्लामाबाद अक्सर हवाई हमलों से बचाने के लिए स्टेट ऑफ द आर्ट के रूप में दिखाता है।
पाकिस्तान ने पहली बार इस तरह मुँह की नहीं खाई है। इससे पहले 2011 में अमेरिकी नेवी सील्स ने एबटाबाद में बेरोक-टोक हमला किया। 2019 में भारतीय लड़ाकू विमानों ने बालाकोट पर बिना किसी बाधा के हमला किया। 2022 में रास्ते से भटक गई भारतीय ब्रह्मोस मिसाइल बिना रुके 120 किलोमीटर पाकिस्तान में चली गई। हर बार चीनी सैन्य प्रणालियाँ विफल रहीं।