Sunday, May 4, 2025

कुरान के अपमान के मामले में बरी हुए जितेंद्र त्यागी (पूर्व में वसीम रिजवी): कोर्ट ने दिया ‘संदेह का लाभ’, हरिद्वार में हुई थी ‘धर्म संसद’

अदालत ने जितेंद्र नारायण त्यागी (पूर्व में वसीम रिजवी) को हरिद्वार धर्म संसद में क़ुरान के अपमान के आरोप के मामले में दोषमुक्त कर दिया है। जितेंद्र नारायण त्यागी उत्तर प्रदेश शिया वक़्फ़ बोर्ड के अध्यक्ष रहे हैं, उन्होंने हिन्दू धर्म में घर-वापसी कर ली थी।

ये मामला 17-19 दिसंबर, 2021 का है। इस मामले में नदीम अली ने शिकायत दर्ज कराई थी। 9 लोगों पर मजहबी भावनाएँ भड़काने के आरोप लगे थे। इसी मामले में डासना पीठ के महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती और ‘सुरदर्शन न्यूज़’ चैनल के संस्थापक सुरेश चव्हाणके के ख़िलाफ़ भी FIR दर्ज की गई थी।

पुलिस ने जितेंद्र त्यागी के विरुद्ध आरोप-पत्र भी दायर किया था, लेकिन CJM अविनाश श्रीवास्तव की अदालत ने उन्हें संदेह का लाभ दिया है। ये ‘धर्म संसद’ खड़खड़ी स्थित ‘निकेतन आश्रम’ में आयोजित की गई थी। सोशल मीडिया पे वीडियो वायरल करते हुए मुस्लिमों ने ‘हेट स्पीच’ का आरोप लगाया था। IPC की धारा -153A (विभिन्न समुदायों में वैमनस्य पैदा करना) और धारा-298 (किसी पूजास्थल को अपमानित करना) के तहत मामला दर्ज किया गया था।

जनवरी 2022 में उन्हें गिरफ्तार भी किया गया था, लेकिन मई में उन्हें जमानत मिल गई थी। FIRs को रद्द कराने के लिए जितेंद्र त्यागी सुप्रीम कोर्ट भी पहुँचे थे।